मां कृष्णा और बहन पल्लवी लगाएंगी वोट बैंक में सेंध, अनुप्रिया की राह आसान नहीं
Mirzapur news, मिर्जापुर। राजनीति भी क्या गजब कराती है, चुनाव में कौन अपना, कौन पराया होगा ये कोई नहीं कह सकता है। मिर्जापुर लोकसभा सीट को ही देख लिजिए। एक समय था, 2009 में अपना दल ने भाजपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ा और अनुप्रिया पटेल सांसद बनी। उसके बाद परिवार में खटपट हुआ और पार्टी दो फाड़ में बंट गई। अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल और बहन पल्लवी पटेल ने लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लिया है। मां-बहन अब अनुप्रिया के खिलाफ प्रचार करेंगी।
कृष्णा
पटेल
को
दो
सीट
मिली
कांग्रेस
से
गठबंधन
करने
पर
अपना
दल
कृष्णा
पटेल
गुट
को
दो
सीट
मिली
है।
संभावना
जताई
जा
रही
है
कि
कांग्रेस
उन्हें
गोंडा
और
पीलीभीत
सीट
दे
रही
है।
इसमें
गोंडा
से
कृष्णा
पटेल
और
पीलीभीत
से
पल्लवी
पटेल
चुनाव
में
उतरेंगी।
इन
दोनों
सीटो
पर
कुर्मी
मतदाता
अधिक
हैं।
ऐसे
में
इन
दो
सीटो
के
जरिए
कांग्रेस
यूपी
के
अन्य
जिलों
में
कुर्मी
मतदाताओं
को
साधने
की
कोशिश
करेंगी।
अनुप्रिया
से
निभाएंगी
सियासी
अदावत
मिर्जापुर
में
सबसे
अधिक
कुर्मी
मतदाता
हैं
जो
अनुप्रिया
की
जीत
का
सबसे
मजबूत
पक्ष
है।
ऐसे
में
मां
कृष्णा
और
बहन
पल्लवी
मिर्जापुर
में
कांग्रेस
प्रत्याशी
ललितेशपति
त्रिपाठी
का
प्रचार
करेंगी
तो
अनुप्रिया
के
वोटरों
में
सेंध
लगना
तय
है।
अनुप्रिया
से
मां
और
बहन
की
सियासी
अदावत
को
लेकर
हर
ओर
चर्चा
है।
हाल
ही
में
मिर्जापुर
के
पूर्व
सांसद
बालकुमार
पटेल
भी
कांग्रेस
में
शामिल
हुए
हैं।
ऐसे
में
अनुप्रिया
की
राह
आसान
नहीं
होनी
वाली
है।
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