डिप्टी चीफ प्रॉक्टर ने बीएचयू में लगी शाखा में उखाड़ा संघ का झंडा, छात्रों के विरोध पर माफी के बाद देना पड़ा इस्तीफा
मिर्जापुर। बीएचयू के बरकछा स्थित राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में मंगलवार की सुबह लगी संघ की शाखा का झंडा उखाड़े जाने से संघ के कार्यकर्ता और छात्र आक्रोशित हो गए। आक्रोशित छात्र प्रशासनिक भवन के सामने चीफ प्रॉक्टर के इस्तीफे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। डिप्टी चीफ प्रॉक्टर ने इस्तीफा देते हुए झंडा उखाड़ने की गलती स्वीकार की। मौके पर पहुंची देहात कोतवाली पुलिस ने दोनों पक्षों से बात कर मामला शांत कराया।
छात्रों का आरोप जानबूझ कर उखाड़ा झंडा
छात्रों ने बताया कि वह रोज की तरह दक्षिणी परिसर के खेल मैदान में झंडा लगाकर संघ की शाखा लगाए थे। सभी लोग भ्रामरी प्राणायाम कर रहे थे। प्राणायाम कर रहे छात्रों की आंख बंद थी। इस दौरान डिप्टी चीफ प्रॉक्टर किरण दामले ने संघ के झंडे को उखाड़ दिया। इसका विरोध जताया गया तो डिप्टी चीफ प्रॉक्टर ने कहा कि कोई भी झंडा नहीं लगेगा। डिप्टी चीफ प्रॉक्टर ने झंडे का अपमान किया है। उन्होंने छात्रों के साथ दुर्व्यवहार भी किया। छात्रों की सूचना पर प्रांत कार्यवाहक सोहन भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि बीएचयू साउथ कैंपस और मेन कैंपस में सालों से संघ की शाखा लग रही है। संघ के झंडे को उखाड़ना संघ का अपमान है। कार्रवाई की मांग के लिए एसपी से मिलेंगे। कोर्ट भी जाएंगे।
मैदान के रास्ते में लगा था झंडा तो हटाया
डिप्टी चीफ प्रॉक्टर किरण दांबले ने बताया कि खेल मैदान के रास्ते में झंडा लगा था। इस पर छात्रों से झंडा हटाने हटाने के लिए कहा गया। छात्रों को योगा करने से नहीं रोका गया। माहौल को देखते हुए झंडा निकाला गया। बिना झंडे के योग करने को कहा गया। छात्र इस्तीफे को लेकर अड़े थे तो इस्तीफा लिखकर चीफ प्रॉक्टर को भेजा गया है। मौके पर पहुंचे देहात कोतवाल अभय सिंह ने दोनों पक्षों से बात कर धरना समाप्त कराया। बताया कि झंडा हटाने को लेकर विवाद हुआ था। डिप्टी चीफ प्रॉक्टर ने झंडा निकाले जाने पर माफी मांग ली है। उन्होंने बताया कि उनको झंडे के विषय में जानकारी नहीं थी। फिलहाल, मामला शांत हो गया।
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