जानिए कौन हैं श्रीचंद शर्मा, जिन्होंने मेरठ खंड शिक्षक सीट पर ढहाया 48 साल पुराना किला
मेरठ। उत्तर प्रदेश में 11 सीटों पर हुए एमएलसी चुनाव के परिणाम अभी पूरे नहीं आए हैं, लेकिन इन सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दबदबा रहा है। वहीं, बात करें मेरठ सीट की तो यहां भाजपा ने सबसे बड़ी जीत हासिल की है। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी ने माध्यमिक शिक्षक संघ (शर्मा गुट) के ओम प्रकाश शर्मा का दशक पुराना वर्चस्व तोड़ दिया है। मेरठ-सहारनपुर खंड शिक्षक सीट पर भाजपा के श्रीचंद शर्मा ने ओपी शर्मा को करारी शिकस्त दी है। आइए जानते है कौन हैं श्रीचंद शर्मा...।
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कौन हैं श्रीचंद शर्मा
श्रीचंद शर्मा, गौतमबुद्ध नगर जिले के धूम मानिकपुर गांव के रहने वाले हैं। श्रीचंद शर्मा वर्ष 2013 से 2016 तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं। जिला गौतमबुद्ध नगर के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के जिला प्रचार प्रमुख भी श्रीचंद शर्मा वर्ष 2000 से 2003 तक रहे। इससे पहले विहिप के जिला प्रमुख का दायित्व भी संभाला। वर्तमान में वो भाजपा के मेरठ महानगर के जिला प्रभारी हैं।
भट्टा पारसौल में किसान आंदोलन का किया था नेतृत्व
श्रीचंद शर्मा ने भट्टा पारसौल किसान आंदोलन का तीन माह तक नेतृत्व किया था। इतना ही नहीं, आंदोलन में गिरफ्तार होने के बाद वो तीन दिनों तक जेल में भी रहे। इसके अलावा श्रीचंद शर्मा गोकशी के खिलाफ आंदोलन , कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ हुए आंदोलन में भी सक्रिय रूप से शामिल हुए। श्रीचंद शर्मा के बारे में बताया गया कि वह विभिन्न सामाजिक समस्याओं को लेकर किए गए आंदोलनों में करीब 12 बार जेल गए। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी श्रीचंद शर्मा को शाहदरा का जिला प्रभारी बनाया गया था।
8 बार के एमएलसी रहे ओपी शर्मा को 4184 वोटों से हाराया
श्रीचंद शर्मा को एमएलसी चुनाव में शिक्षक सीट पर विजयी घोषित कर दिया गया है। कुछ देर बाद चुनाव अधिकारी द्वारा उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। श्रीचंद ने आठ बार के विजेता रहे दिग्गज ओमप्रकाश शर्मा को पराजित किया है। मेरठ खंड शिक्षक सीट पर भाजपा प्रत्याशी श्रीचंद शर्मा ने सभी वरीयता के मतों की गणना के बाद सर्वाधिक 8222 मत प्राप्त किए थे, उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी आठ बार के विधानपरिषद सदस्य ओपी शर्मा को महज 3682 वोट मिले। बता दें कि भाजपा प्रत्याशी श्रीचंद शर्मा ने 4184 मतों से ओपी शर्मा को शिकस्त दे दी है।
1970 के दशक से जीतते आ रहे थे शर्मा
शिक्षक और प्रिंसिपल रहे ओमप्रकाश शर्मा मेरठ-सहारनपुर खंड शिक्षक सीट पर 1970 के दशक से लगातार जीतते आ रहे थे। इस बार भी उन्हें पूरा भरोसा था कि वो इस सीट पर असानी से जीत जाएंगे। लेकिन इस बार ऐसा हो नहीं सका। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार उनकी हार में शिक्षक संघ के दूसरे ठकुराई गुट को भी जिम्मेदार माना जा रहा है। ठकुराई गुट के प्रत्याशी उमेश त्यागी ने 2162 वोट लेकर उनका खेल बिगाड़ दिया। इसका सीधा फायदा बीजेपी के प्रत्याशी को हुआ और श्रीचंद शर्मा ने शुरू से ही अपनी बढ़त बनाते हुए इस चुनाव को द्वितीय वरीयता के मतों के आधार पर जीत लिया।