असामाजिक तत्वों से परेशान लोग पलायन को मजबूर, 125 घरों पर लिखा 'यह मकान बिकाऊ है'
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में इन दिनों पलायन का मुद्दा गरम है। यहां प्रह्लाद नगर में असामाजिक तत्वों की गुंडागर्दी इतनी बढ़ गई है कि अब यहां के लोग अपने घर छोड़कर पलायन को मजबूर हो गए है। कुछ लोगों ने अपने मकानों पर बिकाऊ को बोर्ड लगा दिया है। इस मोहल्ले में रहने वाले लोगों का कहना है कि आए दिन यहां असामाजिक तत्व महिलाओं से छेड़खानी करते है। रात में यहां अक्सर फायरिंग होने की घटना हो रही है। शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। जिस कारण उन्हें पलायन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
बता दें कि प्रह्लाद नगर के चारों ओर अल्पसंख्यक बहुल मोहल्ले हैं। आरोप है कि आपराधिक प्रवृति के लोगों ने प्रह्लाद नगर में रहने वाले लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। देश के बंटवारे के बाद पाकिस्तान से आए बहुसंख्यकों को प्रह्लाद नगर में बसाया गया था। प्रह्लाद नगर पंजाबी बाहुल्य इलाका है। इस मोहल्ले से इस्लामाबाद, पिल्लोखड़ी, श्यामनगर, गोलाकुआं समेत अन्य अल्पसंख्यक मोहल्लों की सीमा मिलती है। इस दृष्टि से इस इलाके को बेहद संवेदनशील माना जाता है। असामाजिक तत्वों से परेशान होकर ही यहां कई मकानों पर 'मकान बिकाऊ है' लिख दिया गया है।
इस मोहल्ले में रहने वाले लोगों का कहना है कि अब यह मोहल्ला रहने लायक नहीं रहा। शाम होते ही बहू बेटी घर से नहीं निकल सकती। युवक बाइक से घूम कर छेड़छाड़ करते रहते हैं। हवाई फायरिंग करना जैसे उनके लिए आम बात है। भाजपा पार्षद जितेंद्र पाहवा का कहना है कि प्रह्लाद नगर सोसाइटी की मीटिंग में इस समस्या को उठाया गया, विधायक और पुलिस-प्रशासन को भी इस संबंध में जानकारी दी गई लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। पार्षद की मानें तो यहां के करीब 125 परिवार मोहल्ला छोड़कर जाने को तैयार हैं।
इस संबंध में भाजपा विधायक सोमेंद्र तोमर का कहना है कि कुछ लोग उनसे आकर मिले थे। उन्होंने मोहल्ले में गेट लगाने की मांग की है। इस संबंध में डीएम-एडीएम से बात हो चुकी है। सभी लोगों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाएंगे। असामाजिक तत्वों को प्रह्लाद नगर में अंदर नहीं आने दिया जाएगा। वहीं इस मामले में पुलिस अधिकारियों का भी कहना है कि मामला मोहल्ले में गेट लगाने को लेकर है। इस समस्या का समाधान किया जा रहा है। पुलिस असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटेगी।