उत्तराखंड पुलिस ने कई किलोमीटर चलकर पहाड़ के दुर्गम क्षेत्र में लोगों तक पहुंचाया राशन
ऋषिकेश। कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने तीन मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया है। सभी से घरों में रहने की अपील की है। लॉकडाउन का असर हर तरफ देखने को मिल रहा है। लॉकडाउन के कारण कई लोग ऐसे हैं, जिनके समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। शहरों में तो पुलिस और प्रशासन के साथ तमाम स्वयंसेवी संस्थाएं और सामाजिक संगठन जरूरतमंदों की मदद को आगे आ रहे हैं। मगर, कई ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्र ऐसे हैं, जहां न तो दुकानें हैं और न ही दिहाड़ी मजदूरी कर पारिवार पालने वाले लोगों के पास खाद्य सामग्री।
जी हां बात कर रहे है उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित दूरस्थ गांव इठारना की। रानीपोखरी थाने की पुलिस के जवानों ने इस गांव की सुध ली। पुलिसकर्मियों ने अपने कंधे पर बीस किलोमीटर खाद्य सामग्री ढोकर गांव तक पहुंचाई। बता दें कि थानाध्यक्ष रानीपोखरी राकेश शाह को सोमवार को सूचना मिली कि थाना रानीपोखरी से करीब 25 किलोमीटर दूर सीमांत ग्राम सभा गडूल क्षेत्र स्थित ग्राम इठारना में कई बुजुर्ग, वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं और मजदूर रहते हैं, जिन्हें राशन की आवश्यकता है।
थानाध्यक्ष रानीपोखरी ने पुलिस टीम वरिष्ठ उप निरीक्षक कुंदन राम, कॉन्स्टेबल पूरण सिंह, कॉन्स्टेबल विपिन, कॉन्स्टेबल आनंद को सहायता के लिए रवाना किया। पुलिस टीम ने बीस किलामीटर दूर अपने कंधों पर खाद्य सामग्री लाद कर गडूल गांव पहुंचाई। जहां जरूरतमंदों को उनकी आवश्कता अनुसार राशन उपलब्ध कराया गया। पुलिस ने इन्हें मास्क और जूस भी वितरित किया।
पुलिस की इस सेवा और कर्तव्यपरायणता को देखकर स्थानीय लोगों ने पुलिस के कार्यों की सराहना की और उनका धन्यवाद अदा किया। थानाध्यक्ष राकेश शाह ने बताया कि पुलिस ने गांव में ऐसे जरूरतमंदों की सूची तैयार की है। आगे भी उनतक हरसंभव मदद पहुंचायी जाएगी।