मेरठ: सोशल मीडिया से चल रहा था सेक्स रैकेट, फोटो भेजकर बुलाते थे ग्राहक
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में रेड लाइट एरिया बंद होने के बाद पूरे शहर में देह व्यापार करने वालों ने नए तरीके खोज लिए है। इन्होंने अपना नया ठिकाना अब शहर की पॉश कॉलोनियों को बनाया है। 13 अगस्त को मेरठ पुलिस ने दो कमरों से कई महिला और युवकों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा था। एंटी ह्यूमन ट्रैफिक यूनिट की टीम ने तीन महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह जगह बदल-बदलकर देह व्यापार कर रहा था।
तलाशी के दौरान आपत्तिजनक सामान हुआ था बरामद
मीडिया खबरों के मुताबिक, 13 अगस्त को सीओ सदर देहात अखिलेश भदौरिया के निर्देशन में एएचटीयू के प्रभारी बृजेश सिंह ने गंगानगर की एक पॉश कॉलोनी के मकान पर छापा मारा। पुलिस ने दो महिलाओं व एक पुरुष को एक कमरे से तो दूसरे कमरे से एक युवक व एक महिला को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा है। तलाशी के दौरान कमरों से आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ था।
सोशल मीडिया से चलता था सेक्स रैकेट
पुलिस ने बताया कि एएचटीयू को पहले कसेरूखेड़ा क्षेत्र में किराए के मकान में देह व्यापार की सूचना मिली थी। लेकिन बाद में पता चला कि यहां से कमरा खाली कर गंगानगर में लिया गया है। यहां लड़कियों के फोटो मोबाइल पर भेजे जाते थे। इसको लेकर गंगानगर में इस गिरोह से कई युवक जुड़े थे। शहर के पॉश इलाकों में ये गिरोह फैला हुआ है।
शक ना हो इसलिए बच्चा रखती थी साथ
जिस मकान में यह छापा मारा गया, उस मकान में 10 माह का बच्चा पुलिस के हाथ लगा। महिलाओं से जब उसके बारे में पूछा गया तो तीनों महिलाएं उसे अपना बताने लगीं। मौके पर जुटे लोग इस खुलासे से खासे हैरान थे। कुछ लोगों ने कहा कि उन्हें कई बार शक भी हुआ लेकिन बच्चा साथ होने के कारण वह हर बार इन महिलाओं को नजर अंदाज करते रहे। पुलिस के अनुसार यह महिलाएं बच्चा इसी लिए साथ रखतीं थीं, ताकि किसी को शक न हो।
फिर शुरू किया देह व्यापार
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि गंगानगर में सेक्स रैकेट का खुलासा कर तीन महिलाओं समेत पांच आरोपियों को पकडा है। बताया कि एक आरोपी महिला सहित पांच लोगों को इससे पहले अप्रैल 2018 में मेडिकल क्षेत्र से देह व्यापार में जेल भेजा गया था। जेल से निकलने के बाद महिला व उसका दामाद मिलकर यह धंधा चलाने लगे। दामाद की तलाश की जा रही है।