मेरठ: एसएसपी के बंगले से बड़ा थानेदार का फार्म हाउस, चोरी की बिजली से जगमग हो रहा था फ्लैट, हुआ सस्पेंड
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पिछले 2 सालों से अधिक समय से हस्तिनापुर थाने में जमा थानेदार धर्मेंद्र सिंह ने नियम कायदों को ताक पर रखकर अपनी पत्नी के नाम खरीदी गई जमीन पर फार्म हाउस का निर्माण कराया है। जब यह मामला मीडिया की सुर्खियां बना तो मंगलवार को देर रात थानेदार पर एसएसपी की गाज गिर गई। इस मामले में जहां एसएसपी अजय साहनी ने थानेदार धर्मेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया है। वहीं, इसी के साथ थानेदार की उल्टी गिनती भी शुरू हो गई है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें, हस्तिनापुर के घने जंगल में थानेदार द्वारा बनाए गए फार्म हाउस का खुलासा मंगलवार की सुबह हुआ था। मामला मीडिया की सुर्खियों में आया तो दोपहर को आला अधिकारियों ने थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया। कुर्सी जाते ही विद्युत विभाग के अधिकारियों ने मेरठ के शास्त्री नगर में एसटूएस बिल्डिंग में स्थित थानेदार धर्मेंद्र सिंह के फ्लैट पर छापा मारा। इस दौरान एक और बड़ा खुलासा हुआ। करोड़ों के फार्म हाउस के मालिक और लग्जरी लाइफ के शौकीन हस्तिनापुर के थानेदार वर्दी के नशे में सरकार को भी लाखों के राजस्व का चूना लगा चुके थे। थानेदार का फ्लैट चोरी की बिजली से जगमग होता मिला, जिसके बाद विद्युत विभाग के अधिकारियों ने थानेदार के खिलाफ बिजली विभाग के थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी।
एसएसपी ने थानेदार को किया सस्पेंड
उधर, दोपहर को ही हस्तिनापुर के पूर्व विधायक गोपाल काली ने भी लाइन हाजिर किए गए थानेदार धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अपने आवास पर पत्रकार वार्ता करते हुए पूर्व विधायक ने आरोप लगाया किस सत्ताधारी दल के एक नेता के संरक्षण में थानेदार अब तक करोड़ों के वारे न्यारे कर चुके हैं। पिछले 4 सालों से मवाना सर्किल के ही थानों में जमे धर्मेंद्र सिंह क्षेत्र के शराब और सट्टा माफियाओं से हर महीने मोटी रकम वसूल रहे हैं। पूर्व विधायक गोपाल काली ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में थानेदार के खिलाफ जांच की मांग उठाई। देर रात इस मामले में एसएसपी अजय साहनी ने लाइन हाजिर किए गए थानेदार धर्मेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया है।
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