'अगर हम उसे जिंदा छोड़ देते तो पुलिस हमें नहीं छोड़ती', मेरठ में दिनदहाड़े संजय को ईंटों से मारने वाले हत्यारोपी बोले
मेरठ। उत्तर प्रदेश में मेरठ में सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति के निजी सचिव संजय गौतम की हत्या के 2 दिन बाद पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल 8 में से 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्यारोपियों ने पूछताछ में कहा कि अगर हम उसे जिंदा छोड़ देते तो पुलिस हमें नहीं छोड़ती।'
बता दें कि, टीपी नगर थाना क्षेत्र में 14 सितंबर को संजय गौतम की हत्या कर दी गई थी। वह उस समय विश्वविद्यालय से वापस लौट रहे थे। बागपत रोड पर आधा दर्जन से अधिक हमलावरों ने उन्हें ईंट से पीट-पीटकर मार डाला था। इस मामले में पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर आरोपियों की शिनाख्त की।
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीओ ब्रह्मपुरी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि मामूली बहस का बदला लेने के लिए संजय की नृशंसता पूर्वक हत्या की गई। अब हम इस कांड में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रहे हैं। कुल 8 आरोपियों में से विशाल दहिया उर्फ गोलू, रोहित प्रधान उर्फ हर्ष, रोहित उर्फ आदित्य, आकाश और अभिषेक को दबोच लिया गया है। उनसे तमंचा, कारतूस और हत्या में प्रयुक्त खून से सनी ईंट भी बरामद हुई हैं।
हत्यारोपियों के मुताबिक उनके साथी विनीत, सागर उर्फ राज्यपाल और लक्की को संजय गौतम ने अकारण कॉलेज के आसपास फटकने को लेकर डांट दिया था। जिसके बाद उन्होंने इस बेइज्जती का बदला लेने के लिए संजय की हत्या की ठान ली। घटना वाले दिन सभी आरोपी तीन बाईकों द्वारा सुभारती विश्वविद्यालय से ही संजय के पीछे लग गए। इसके बाद मौका मिलते ही सड़क पर संजय का काम तमाम कर डाला।