मेरठ: महिला से चलती बस में गैंगरेप का मामला निकला फर्जी, पुलिस बोलीं- आपसी सहमति से बनाए थे संबंध
मेरठ। चलती बस में महिला से ड्राइवर और कंडक्टर द्वारा कथित गैंगरेप की वारदात में नया मोड़ आ गया है। दरअसल, पुलिस की जांच में महिला से गैंगरेप की बात फर्जी निकली है। पुलिस के मुताबिक, महिला ने आपसी सहमति से शारीरिक संबंध बनाए थे। इसके बाद महिला को सुनसान रास्ते पर छोड़कर सेना से बर्खास्त फौजी और उसका साथी फरार हो गए। इसके बाद महिला ने गैंगरेप की फर्जी स्टोरी गढ़ी थी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी फौजी को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी क्राइम राम अर्ज ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सरधना थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला शनिवार की सुबह दिल्ली रोड पर बेहोश हालत में मिली थी। जिसे पुलिस द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती कराए गया था। होश में आने पर महिला ने बस के ड्राइवर और कंडक्टर पर खुद के साथ चलती बस में गैंगरेप किए जाने का आरोप लगाया था। एसपी क्राइम ने बताया कि पुलिस ने महिला के पति से पूछताछ की तो उसने बताया कि महिला उसे बिना बताए शुक्रवार की दोपहर मिर्जापुर स्थित अपने मायके जाने के लिए निकली थी।
एसपी क्राइम ने बताया कि पुलिस की जांच में गैंगरेप की बात फर्जी निकली है। बताया कि महिला ने फोन करके अपने प्रेमी सेना से बर्खास्त हुए फौजी को बुलाया था। जो इन दिनों एक बस चलाक है। अपने साथी के कंडक्टर के साथ महिला का प्रेमी उसे बस में बैठकर अपने साथ एक फ्लैट में ले गया। जहां तीनों बैठकर शराब पी। इसके बाद तीनों ने आपसी सहमित से शारीरिक संबंघ बनाए थे। पुलिस का कहना है कि बर्खास्त फौजी के साथ महिला के पहले से ही अवैध संबंध थे।
मगर जब सुबह तक महिला को होश नहीं आया तो आरोपी उसे सड़क किनारे फेंक कर फरार हो गए। होश में आने के बाद महिला गैंगरेप की कहानी गढ़ी और दोनों पर गैंगरेप का आरोप लगा दिया। मगर महिला के मोबाइल की कॉल डिटेल से खुलासा हो गया कि महिला और बर्खास्त फौजी के बीच अवैध संबंध थे। एसपी क्राइम ने बताया कि महिला द्वारा दर्ज कराए गए गैंगरेप के मुकदमे में कार्रवाई करते हुए आरोपी बर्खास्त फौजी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके साथी की तलाश जारी है।