शहीद अजय कुमार की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, चार किलोमीटर निकला लंबा काफिला
Meerut News, मेरठ। पुलवामा (Pulwama) हमले की प्लानिंग करने वाले आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद करते हुए उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के जाबांज अजय कुमार शहीद हो गए। शहीद अजय कुमार का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह पार्थिव शरीर गांव बसी टीकरी ले जाया गया। यहां से अंतिम संस्कार के लिए पतला स्थित आईटीआई खेल के मैदान लाया जाएगा। अपने लाल को तिरंगे में लिपटा देखकर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं आस-पास के इलाकों से भी लोग शहीद के अंतिम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
आतंकियों के ठिकानों को किया था नेस्तनाबूद
पुलवामा हमले की प्लानिंग करने वाले आतंकी गाजी की घेराबंदी के लिए जो टीम बनाई गई थी, उसमें अजय को शामिल किया गया। 55 राष्ट्रीय राइफल्स के जांबाज जवान अजय का निशाना अचूक था। इसी कारण अजय को आर्मी की कमांडो टीम के लिए चुना गया था। अजय और उनकी टीम को आतंकियों के खिलाफ चलाए जाने वाले स्पेशल ऑपरेशन के लिए ही भेजा जाता था।
शहीद को अंतिम विदाई देने की तैयारी में लगे शहरवासी
एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि पुलिस के पास लोगों के फोन आ रहे है। लोग पार्थिव शरीर पर फूल बरसाने की तैयारी कर रहे है। ट्रैफिक पुलिस ने शहीद के पार्थिव शरीर को ले जाने के लिए रूट निर्धारित कर लिया था। इसको देखते हुए थानेदारों की ड्यूटी भी लगाई थी। ताकि पार्थिव शरीर को समय से बसी टिकरी पहुंचाया जा सके।
चार किलोमीटर निकला लंबा काफिला
रास्ते भर में मेरठ के लोग ने पुष्पों की वर्षा की और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए, पूरा शहर मानों नारो से गूंज उठा। हर किसी की आंखें नम थीं, जैसे ही शव गांव पहुंचा परिजनों और ग्रामीणों में चींख पुकार मच गई, माहौल और ज़्यादा गमगीन हो गया। वहीं, मेरठ के लाल की अंतिम यात्रा में लगभग चार किलोमीटर लंबा काफिला चल रहा है। सेना, पुलिस, प्रशासन के उच्चाधिकारियों, प्रदेश सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, सांसद, विधायक आदि मौजूद हैं।
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