क्या पाकिस्तानी युवक के साथ भागी थी मेरठ की युवती? उसने दुबई से वापस लौटकर किया चौंकाने वाला खुलासा
मेरठ। मेरठ के कंकरखेड़ा निवासी अपहृत युवती 33 दिन बाद भारतीय एंबेसी की मदद से दुबई से वापस मेरठ लौट आई है। परिजनों ने उसके घर पहुंचने की पुष्टि की है। यह युवती आठ नवंबर को अपने घर से सात हजार रुपए लेकर लापता हो गई थी। पुलिस जांचपड़ताल के बाद युवती की लोकेशन दिल्ली और फिर दुबई में मिली थी। जिसके बाद हिंदू वादी संगठनों ने पाकिस्तानी युवक पर लव जिहाद का आरोप लगाते हुए हंगामा काटा था।
अपनी मर्जी से गई थी दुबई
युवती के वापस घर पहुंचने के बाद अब उसके परिजन पुलिस व प्रशासन की शान में कसीदे पढ़ते नहीं थक रहे। वहीं, दुबइ से वापस लौटने के बाद युवती ने बताया कि वह नौकरी करने के लिए अपनी मर्जी से गई थी। मगर जब उसे दुबई में नौकरी नहीं मिली तो वह वापस लौट आई। उसने बताया कि उसकी मुलाकात दुबई में कभी नदीम से नहीं हुई। नौकरी ना मिलने के कारण उसने दुबई में एक भारतीय परिवार के घर पर शरण ली थी और मामला हाईलाइट होने पर उसने खुद भारतीय एंबेसी से संपर्क कर अपने घर लौटने की इच्छा जताई थी।
पाकिस्तान के नदीम से थी युवती की दोस्ती
डेढ़ महीने पहले कंकरखेड़ा क्षेत्र की रहने वाली शिक्षिका युवती संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी। परिजनों द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला की युवती की दोस्ती मूल रूप से पाकिस्तान के रहने वाले दुबई निवासी नदीम नाम के युवक से थी। पिछले काफी समय से नदीम और युवती के बीच फेसबुक पर चैटिंग चल रही थी। नदीम ने नौकरी का ऑफर देकर खुद ही युवती को दुबई बुलाने का इंतजाम किया था। जिसके बाद बिना परिजनों को बताए युवती दुबई चली गई थी।
लव जिहाद से जोड़कर किया था हंगामा
इस बात का खुलासा होने पर जहां परिजन नदीम पर युवती को बहला-फुसलाकर भगाने का आरोप लगा रहे थे। वहीं कुछ संगठनों ने इस पूरे प्रकरण को लव जिहाद से जोड़कर हंगामे पर उतारू थे। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि भारतीय एंबेसी की मदद से आज युवती वापस अपने घर लौट आई है। पूछताछ के दौरान युवती ने बताया है कि जिस नदीम पर उसके अपहरण का आरोप लगाया जा रहा था, दरअसल दुबई में उसकी मुलाकात हुई ही नहीं। नौकरी ना मिलने के कारण युवती दुबई में एक भारतीय परिवार के घर पर शरण लिए हुए थे। मामला हाईलाइट होने पर उसने खुद भारतीय एंबेसी से संपर्क कर अपने घर लौटने की इच्छा जाहिर की। जिसके बाद आज वह भारतीय एंबेसी की मदद से अपने घर लौट आई।