COVID-19: वेस्ट यूपी के इन जिलों में 1 जुलाई से घर-घर होगा सर्वे, मरीजों की पहले ही मिल जाएगी जानकारी
मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग अब यहां पर कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लोगों के घर-घर जाकर सर्वे कराएगा। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने शनिवार को बताया कि एक जुलाई से टीमें प्रत्येक ग्राम सभा और आवासीय वार्डों में घर-घर जाकर संदिग्ध मामलों का पता लगाएंगी। ये टीमें बुजुर्गों और कोविड-19 के लक्षणों वाले लोगों की निगरानी रखेंगी। पांच जुलाई से यह अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को यूपी में कोरोना के 607 केस सामने आए, जबकि अकेले मेरठ मंडल में 284 केस सामने आए। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छह जिलों मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, गाजियाबाद, गौतमबुधनगर और हापुड़ में 186 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। प्रदेश के 21549 मामलों में से इन छह जिलों से 5764 मामले सामने आए हैं।
गाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडेय के मुताबिक, गजियाबाद के कंटेनमेंट और नॉन कंटेनमेंट जोन में विभाग के टीम पहले से ही डोर-टू-डोर सर्वे शुरू कर चुकी है। डोर-टू-डोर सर्वे के लिए शुक्रवार तक तीन दिनों में 470 टीमें भेजी गईं, जिन्होंने 37,374 परिवारों के करीब 181,885 लोगों की जांच की। इनमें से 21 लोगों को कोविड-19 जैसे लक्षण मिले। इसी तरह ब्लॉक स्तर के अधिकारियों ने नॉकन कंटेनमेंट जोन के 4,500 परिवारों के 11,700 लोगों की जांच की। इनमें से 15 लोगों को कोरोना जैसे लक्षण मिले। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद के अधिकारियों ने ग्रामीण क्षेत्रों में 161 शहरी क्षेत्रों में 286 'निगरानी समितियों' के लिए 75 हेल्पडेस्क भी बनाए हैं।
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग अब एक नई पहल शुरू करने जा रहा है। इसके तहत लोगों से कोरोना वायरस से संबधित एक-एक मिनट के वीडियो मंगाए जाएंगे। इस वीडियो के जरिए लोग अपनी राय देंगे। यही नहीं 100 अच्छे और प्रेरणादायक वीडियो को 10-10 हजार रुपए देकर पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अलावा लोगों से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए 150 शब्दों में विचार भी मांगे जाएंगे। इनमें 10 अच्छे विचारों को भी 10-10 हजार रुपए देकर पुरस्कृत किया जाएगा