मेरठ: BSP नेता के हत्यारोपित को दिनदहाड़े गोलियों से भूना, गांव में तनाव
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में हत्यारोपी को दिन-दहाड़े गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया गया। मृतक युवक बसपा नेता की हत्या मामले में आरोपी था। इस सनसनीखेज घटना से इलाके में दहशत बन गई है और गांव में तनाव में पैदा हो गया है। घटना से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने कई घंटों तक जबरदस्त हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को कार्रवाई का भरोसा देकर शांत कराया। वहीं तनाव को देखते हुए गांव में कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गई है।
मामला जिले के कंकर खेडा के शोभापुर गांव का है। गांव में रहने वाला आशीष अपने दोस्तों के साथ सरकारी फार्म पर बैठा था। तभी बाइकों पर सवार करीब 8 हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर उसे मौत के घाट उतार दिया। आशीष को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। घटना से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने कई घंटों तक जबरदस्त हंगामा किया। यही नहीं बल्कि चार घंटे तक शव भी नहीं उठने दिया। इस दौरान ग्रामीणों की पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। पुलिस चार घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो हाईवे जाम कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान हिंसा ने विकराल रूप लिया था। दलित आंदोलन के बाद यहां दलित युवक (गोपीचंद) की गोलियां बरसा कर हत्या कर दी गई थी। गोपीचंद की हत्या मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को जेल भेज दिया था। जिनमें से दो आरोपी अभी जेल में ही है और मनोज व आशीष दो महीने पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आए थे। बताया गया कि शनिवार दोपहर को आशीष की तीन बाइक सवार आठ हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर हत्या कर दी।
घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर फरार हो गए। बताया जा रहा है कि हमलावारों ने आशीष पर नजदीक से सिर और छाती मे गोलियां चलाई है। आरोप है कि आज योजना बनाकर दलित समाज के लोगो ने आशीष और उसके साथियो पर हमला किया है। वहीं, इस मामले में एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि मृतक के परिजनों और मौजूद गुर्जर समाज के लोगों को आश्वासन दिया है कि हमलावर जो कोई भी है, वह गिरफ्तार होंगे। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।