मेरठ: जिला पंचायत उप चुनाव में बूथ कैप्चरिंग को लेकर हुई हिंसा, प्रधान के बेटे की मौत
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में जिला पंचायत उपचुनाव के दौरान बूथ कैप्चरिंग को लेकर खूनी हिंसा हो गई। बूथ कैप्चरिंग के विरोध पर हुए विवाद के बाद भाजपा समर्थित प्रत्याशी ने प्रधान पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तो गुस्साए ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। बचाव में पुलिस को भी लाठीचार्ज करना पड़ा। हत्यारोपी के साथ रहने वाले दो लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है। आरोप है कि बूथ कैप्चरिंग का विरोध करने पर गोली मारी गई।
जानकारी के अनुसार, मेरठ में जिला पंचायत वार्ड 34 के सदस्य पद का उपचुनाव था। पुलिस को बताया गया कि परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के गांव बली के प्राइमरी स्कूल में बूथ पर शाम करीब पांच बजे बीजेपी समर्थित प्रत्याशी विजय धामा समर्थकों के साथ पहुंचा। आरोप है कि प्रत्याशी ने बूथ कैप्चरिंग के लिए दबाव बनाया, जिसका ग्राम प्रधान सुरेश देवी के पुत्र अनित (20) ने विरोध किया। जिसके बाद प्रत्याशी ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। सीने और पेट में गोली लगने से अनित जमीन पर गिर पड़ा। अनित की मौत के बाद आरोपित बीजेपी प्रत्याशी और उसके समर्थक मौका-ए-वारदास से भाग खड़े हुए। घायल को अस्पताल में ले गए जहां उसने दम तोड़ दिया।
घटना की सूचना पर एसपी देहात समेत कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची है। वहीं, घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस और मतदान टीम को छिपकर जान बचानी पड़ी। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। अफसरों ने गांव जाकर ग्रामीणों से बात की। ग्रामीणों ने बूथ पर ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने और चुनाव रद करने की मांग की। एसएसपी अजय साहनी ने कहा, 'दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक गाड़ी भी जब्त की गई है। मृतक के परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस कार्रवाई करेगी। गांव में कोई तनाव नहीं है, वहां पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। हालात शांतिपूर्ण है।'
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