VIDEO: 'कॉपी में 100 रुपए डाल देना, डरना नहीं' परीक्षा से पहले स्कूल प्रबंधक ने छात्रों को दिए नकल के टिप्स
मऊ। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में मधुबन थाना क्षेत्र के हरिबंश मेमोरियल स्कूल के प्रबंधक प्रवीण मल्ल बच्चों को एग्जाम में नकल करने का तरीका बता रहे हैं। वीडियो वायरल होने से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। मामले में जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, स्कूल के प्रबंधक प्रवीण मल्ल का कहना है कि यह वीडियो पुराना है, जब स्कूल में एक कार्यक्रम के दौरान बच्चों को एग्जाम के संबंध में टिप्स दे रहे थे।
'आपस में बाक करके लिख लेना'
बता दें, उत्तर प्रदेश में बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। मंगलवार को परीक्षा का पहला दिन था। इसी बीच मऊ जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। स्कूल प्रबंधक परीक्षा केंद्र पर आए बच्चों को यह समझा रहे थे कि उन्हें परीक्षा कैसे देनी है। यहीं नकल करने के भी टिप्स देते नजर आए। वायरल वीडियो मे मधुबन थाना क्षेत्र के हरिबंश मेमोरियल स्कूल के प्रबंधक प्रवीण मल्ल हैं, जो कह रहे हैं 'आपस में बात करके भी लिख लेना, समझे की नहीं समझे? कोई आपका हाथ नहीं पकड़ेगा। ये मुंह का नकल है... मुंह से बोलोगे तो ये कोई नकल नहीं है। जो एक नंबर दो नंबर का सवाल है... उसको आपस में मिला जुलाकर लिख लेना। डरना नहीं, कोई कुछ करेगा नहीं... ये एकदम छूट है।'
Recommended Video
'डरने की कोई जरुरत नहीं'
प्रवीण मल्ल आगे कहते हैं, सरकारी विद्यालय है... वो मेरे मित्र हैं लालमणि यादव। लालमणि यादव जी हमारे यहां आते-जाते हैं। वहां भी बच्चों तुम लोगों को डरने की कोई जरुरत नहीं है। बाकी सब सही है हम देख लेंगे। चिट मत रखना, बाकी बोलकर लिख लेना आगे-पीछे। ऐसे कर लेना काम और अनुशासन बनाए रखना, अगर कहीं चिट मिले कोई एक थप्पड़ मार भी दिया तो उसको बर्दाश्त कर लेना और कहना की सर एक थप्पड़ और मार लीजिए। हाथ जोड़ लेना तुम्हारा भला हो जाएगा। ऐसा नहीं कि खड़ा होकर तने रहोगे तो पूरे विद्यालय का नुकसान कर देंगे वो टीचर लोग।'
'100 रुपए डाल दोगो के टीचर आंख मूंद कर नंबर देगा'
आगे कहते हैं, 'बच्चों कोई प्रश्न छोड़ना नहीं, प्रश्न लिखोगे 100 रुपए डाल दोगे तो टीचर आंख बंद कर नंंबर दे देगा। कोई जांचता नहीं है क्या लिखा है। स्टेप मार्किंग है जितना लिखोगे उससे ज्यादा नंबर पाओगे। छह नंबर, चार नंबर का प्रश्न है। मान लो गलत भी लिखे तो 3 नंबर की गारंटी है। मामले में जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने जांच के आदेश दिए हैं।
मऊ: जमीनी विवाद में हत्या के मामले में 24 साल बाद फैसला, दो दोषियों को फांसी की सजा