तीन दिन से लगातार हो रही बारिश से मऊ में पानी-पानी, स्कूल बना तालाब तो घर बने स्विमिंग पूल
मऊ। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में तीन दिन से हो रही लगातार बारिश ने जनजीवन को बेहाल कर दिया है। जलभराव होने से आम जनजीवन पूरी तरह से ठप्प पड़ गया है। सरकारी अधिकारियों के कैम्पस से लेकर गली-मोहल्लों, प्राथमिक स्कूल के कैम्पस में बारिश का पानी भर गया है। जिससे लोगों को परेशानियां उठाना पड़ रही है। बारिश के पानी की वजह से सड़क पर पेड़ गिर गये हैं जिससे आवागमन भी बाधित हो रहा है। नगर पालिका क्षेत्र के निचले इलाकों में बने हुए मकानों के अन्दर पानी तीन से चार फुट तक घुस गया। जिसको नगर पालिका के कर्मचारी टैंकर लगाकर निकालने में जुटे हैं।
बता दें कि शहर कोतवाली क्षेत्र में बारिश ने एक घर को तालाब बना दिया है। लगातार हो रहे बरसात के कारण नगर पालिका के नाला ओवर फ्लो हो गया। जिस कारण घर में पानी पांच फीट तक भर गया। घर में एक लड़की की शादी अगले माह में है। इसलिए दहेज का रखा सामान पानी में तैरने लगा। मकान मालिक के अनुसार सात लाख रुपये का समाना पानी में बर्बाद हो गया। मामले की जानकारी मिलते ही नगर पालिका घर से पानी निकालने की कवायद में जुटा हैं। मकान मालिक सकील अहमद ने बताया कि उनकी घर में अगले महीने शादी है। दहेज में देने के लिए लाखों रुपये का सामान खरीद कर आया हुआ था। जो पानी में डूबने की वजह से खराब हो रहा है।
तीनों दिनों से लगातार हो रही बारिश ने नगर पालिका क्षेत्र के मोहल्लों में ही पानी नहीं घुसा है बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के रतनपुरा ब्लाक के देवदह गांव में बने हुए प्राथमिक स्कूल के कैम्पस में भी पानी घुस गया। जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हुई है। जिले के ग्रामीण इलाकों के आलवा जिलाधिकारी कार्यालय में बारिश के पानी को इकठ्ठा होने की वजह से जिलाधिकारी का पूरा कैम्पस तालाब की शक्ल में नजर आ रहा है। बारिश की वजह से सड़कों के किनारे लगे हुए पेड़ उखड़कर जमीन पर धाराशाही हो गये हैं। जिस पर स्थानीय निवासी संजीव ने कहा कि लगातार हो रही बारिश की वजह से चारों तरफ पानी भर गया है। जिलाधिकारी के कैम्पस से लेकर नगर पालिका क्षेत्र में सभी जगहों का पानी का भराव हुआ है जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
लागातार हो रही बारिश की वजह से जगह-जगह पर जल भराव होने की वजह से लोगों को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। मामले में जिलाधिकारी से बात करने पर जिलाधिकारी ने कहा कि जिन जगहों पर पानी भरे होने की सूचना मिली वहां से पानी को निकालने का काम किया गया है। साथ ही बारिश जरूरी भी है।