बसपा सांसद अतुल राय की बढ़ी मुश्किलें, शपथ पत्र में गलत जानकारी देने पर FIR दर्ज
मऊ। जिले के सपा-बसपा गठबंधन से घोसी लोकसभा सीट पर बसपा से निर्वाचित सांसद अतुल राय की मुश्किलें शनिवार को और भी ज्यादा बढ़ गईं। सांसद अतुल राय द्वारा नामांकन के दौरान शपथ पत्र में दर्शाए 13 आपराधिक मुकदमे लम्बित होने के तथ्य झूठे पाए गए। तथ्य छिपाने को लेकर सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी शब्बीर अहमद ने धोखाधड़ी समेत आठ गंभीर धाराओं में शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए अतुल राय
बता दें, रेप का आरोप लगने के बाद से फरार चल रहे सांसद अतुल राय ने शनिवार सुबह साढ़े 11 बजे न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम आशुतोष तिवारी की कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बलिया की रहने वाली छात्रा ने लंका थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि सांसद अतुल राय ने उसे अपनी पत्नी से मिलवाने के बहाने लंका थाना क्षेत्र स्थित अपने फ्लैट पर बुलाया। जब वह पहुंची तो उसने पत्नी से मिलवाने के बजाय उसके साथ रेप किया और वीडियो बना लिया।
जारी हो गया था लुक आउट नोटिस
मुकदमा दर्ज होने के बाद अतुल लोकसभा चुनाव के प्रचार के समय से ही गायब हो गए। उनके मलेशिया भागने की आशंका को देखते हुए लुक आउट नोटिस जारी किया गया था। इसी बीच अतुल घोसी से सांसद निर्वाचित हो गए।
शपथ पत्र में दी गलत जानकारी
अतुल राय ने अपने शपथ पत्र में 13 मुकदमों का जिक्र किया था, जबकि उनके खिलाफ 24 केस दर्ज हैं। दरअसल, लोकसभा चुनाव हारे भाजपा प्रत्याशी और पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर ने अतुल राय के खिलाफ शिकायत की थी, जिसके बाद डीएम ने जांच के लिए एसपी वाराणसी को पत्र भेजा था। मामले की जांच एडीजी एलओ ने की, रिपोर्ट आने पर पता चला कि अतुल राय के विरुद्घ विभिन्न थानों में 24 मामले दर्ज हैं। डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी के निर्देश पर सहायक निर्वाचन अधिकारी शब्बीर ने कोतवाली में अतुल राय के खिलाफ केस दर्ज करा दिया।