मऊ: बर्खास्त 64 फर्जी शिक्षकों पर पर लगेगा गैंगस्टर, 6 करोड़ की वसूली के लिए होगी कुर्की
मऊ। फर्जी दस्तावेजों के सहारे उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग में नौकरी करने के दिन-प्रतिदिन नए-नए मामले लगातार सामने आ रहे है। वहीं, दूसरी ओर मऊ जिले में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी कर रहे 64 शिक्षकों ने सरकारी खजाने को जमकर चूना लगाया है। बर्खास्तगी के बाद ऐसे शिक्षकों से डीएम ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी रिकवरी के आदेश दिए है। साथ ही 6 करोड़ रुपए की वसूली के लिए अब कुर्की भी की जाएगी। डीएम जानकारी देते हुए बताया कि इन फर्जी शिक्षकों पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई होगी।

डीएम ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि जिले में लंबे समय से कुछ शिक्षक फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे थे। सरकारी धन का बखूबी उपयोग कर रहे थे। इतना ही नहीं इनके दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा रहा। जांच के बाद तकरीबन 64 शिक्षकों को बर्खास्त भी किया गया था। इन शिक्षकों के यहां सरकारी धन यानी खजाने से लिए गए 6 करोड़ के वेतन की रिकवरी भी करने के लिए नोटिस जारी किया गया था लेकिन किसी भी फर्जी शिक्षक ने जवाब नहीं दिया। मामले को गंभीरता से लेते हुए अब बर्खास्त शिक्षकों से धन वसूली के लिए कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
इन सभी शिक्षकों से सरकारी धन हर हाल में वसूला जाएगा। उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर भी बर्खास्त शिक्षकों के संदर्भ में जांच कराई जाएगी। संबंधित लिपिक भी जांच की जद में आएंगे। बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। ताकि जिले में फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने के मामलों में विराम लग सके।
70 से अधिक लिपिक भी जांच के जद में
वहीं, दूसरी ओर जिले में विभिन्न सरकारी विभागों के अभिलेखों से फाइलों के गायब होने का मामला सामने आया है। अभिलेखों के गायब होने के मामले में जिलाधिकारी ने अलग-अलग टीमें गठित कर दी है। साथ ही जांच रिपोर्ट मांगी है। डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी के अनुसार, तकरीबन 70 से अधिक लिपिक जांच की जद में हैं। इन पर सख्त कार्रवाई यानी जांच उपरांत प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
ये भी पढ़ें:- नाम बदलकर कासगंज में नौकरी कर रही थी एक और फर्जी टीचर, ऐसे हुआ खुलासा