राम मंदिर के बाद अब काशी-मथुरा को मुक्त कराने की बारी: महंत नरेंद्र गिरी
मथुरा। अयोध्या में राम मंदिर का भूमिपूजन होने के बाद अब काशी और मथुरा की चर्चा शुरू हो गई है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि अयोध्या रामजन्म भूमि की लड़ाई अब खत्म हो गई है, लेकिन अब काशी और मथुरा को मुक्त कराने की बारी है। उन्होंने कहा, ''यह गर्व की बात है कि अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन एक लंबी लड़ाई के बाद किया गया है। अब हम मांग करते हैं कि काशी और मथुरा में भी 'सनातन धर्म' का झंडा फहराया जाए, जिसके लिए अखाड़ा परिषद संविधान की सीमाओं के भीतर रहकर हर संभव कोशिश करेगा।"
'काशी-मथुरा को मुक्त कराने के लिए संत करेंगे बैठक'
उन्होंने कहा कि संत जल्द ही काशी और मथुरा के लिए एक आंदोलन शुरू करने और हिंदुओं के लिए महत्व के दो प्रमुख स्थानों को 'मुक्त' करने के लिए योजनाओं पर चर्चा करने के लिए एक बैठक आयोजित करेंगे। उन्होंने बताया कि कृष्ण जन्मभूमि को 'मुक्त' करने के लिए अभी कुछ ही दिन पहले मथुरा में 14 राज्यों के 80 संतों के साथ बैठक हुई।
सनातन धर्म को मानने वालों के लिए राम मंदिर निर्माण गर्व की बात है
महंत नरेंद्र गिरी ने कहा, बुधवार को अयोध्या में भूमिपूजन समारोह एक अद्भुत और अनूठा आयोजन था। सनातन धर्म द्वारा ली गई प्रतिज्ञा को पूरा करने की नींव रखी गई है। वर्षों से इस आंदोलन से जुड़े लोगों के बलिदानों का फल है।" अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महासचिव हरि गिरी ने कहा कि भव्य राम मंदिर का निर्माण देश में राम राज्य की स्थापना में विश्वास रखने वालों के लिए एक नई सुबह का प्रतीक होगा। उन्होंने कहा, ''सनातन धर्म को मानने वालों के लिए यह गर्व की बात है।''
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