Lok Sabha Results 2019: 12 बजे तक मथुरा सीट का हाल, हेमा मालिनी 66 हजार वोटों से आगे
Mathura News, मथुरा। उत्तर प्रदेश के चर्चित लोकसभा सीट मथुरा से हेमा मालिनी 66,303 वोटों से आगे चल रही हैं। अभी तक मथुरा में 190770 मतों की गिनती पूरी हो चुकी है। जिसमें से हेमा को 123717 और गठबंधन उम्मीदवार नरेंद्र सिंह को 57414 वोट मिले हैं। नोटा पर 1013 वोट पड़े हैं। 2014 के चुनावों में हेमा मालिनी ने जयंत चौधरी को 3 लाख 30 हजार से भी ज्यादा वोटों से हराया था।
कृष्ण भगवान की नगरी मथुरा सीट राम मंदिर आंदोलन के बाद 1991 से 2004 तक लगातार चार बार बीजेपी का कब्जा रहा है। बीजेपी के चौधरी तेजवीर सिंह तीन बार चुनकर लोकसभा पहुंचे। 2004 में ये सीट कांग्रेस के मानवेन्द्र सिंह ने जीती जबकि 2009 में जयंत चौधरी ने यहां जीत हासिल की। 2014 में हेमा मालिनी को कुल पड़े वोटों का 52% यानी 5,74,633 वोट हासिल हुए जबकि जयंत 22.62% के साथ 2,43,890 वोट हासिल कर पाए।
जाट-मुस्लिम
एकता
पर
निर्भर
रालोद
पश्चिमी
उत्तर
प्रदेश
के
जाट
वोटरों
पर
रालोद
की
अच्छी
पकड़
मानी
जाती
रही
है
लेकिन
2014
में
बीजेपी
ने
खेल
ही
बदल
दिया
था
और
अजीत
सिंह
पैतृक
बागपत
और
जयंत
मथुरा
से
हार
गए
थे।
हालांकि
जाट
वोट
बैंक
को
सपा
और
बसपा
दोनों
नजरंदाज
नहीं
कर
सकते।
मेरठ,
बागपत,
मुजफ्फरनगर
सहित
कई
निर्वाचन
क्षेत्रों
में
जाट
निर्णायक
भूमिका
में
हैं।
पश्चिमी
यूपी
में
जाट
समुदाय
की
आबादी
करीब
17
प्रतिशत
है
और
विधानसभा
की
करीब
77
सीटों
पर
इस
समुदाय
का
प्रभाव
माना
जाता
है।
किसी
पार्टी
के
तरफ
इनका
झुकाव
50
सीटों
के
नतीजों
को
प्रभावित
करता
है।
2014 के नतीजे
2014 में बीजेपी को यूपी में 71 सीटें हासिल हुई थी। उसकी सहयोगी पार्टी अपना दल को भी दो सीटें मिली थीं। कांग्रेस को भी दो सीटें मिली थी। समाजवादी पार्टी को 5 सीटें मिली थीं जबकि बीएसपी और आरएलडी का खाता तक नहीं खुल पाया था।
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी में 42.63 प्रतिशत वोट मिले थे। जबकि समाजवादी पार्टी को 22.35 प्रतिशत और बहुजन समाज पार्टी को 19.77 प्रतिशत वोट मिले थे। कांग्रेस का वोट प्रतिशत 7.53 रहा था। बात वोटों की करें तो बीजेपी को 3,43,18,854 वोट मिले थे जबकि एसपी-बीएसपी को 3,39,03,161 वोट मिले थे। आरएलडी को 6,89,409 वोट मिल पाए थे जबकि कांग्रेस को 60,61,267 वोट मिले थे।
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