कोरोना के शक में बस से फेंककर युवती की ली थी जान, महिला आयोग के संज्ञान के बाद ड्राइवर-कंडक्टर के खिलाफ केस दर्ज
मथरा। यमुना एक्सप्रेसवे पर चलती बस से एक युवती को कोरोना के शक में बस कंडेक्टर द्वारा फैंकने के मामले में दिल्ली महिला आयोग की सख्ती के बाद मथुरा पुलिस भी हरकत मैं आ गई है। बस ड्राइबर सहित कंडेक्टर के खिलाफ भी गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी देहात के निर्देशन मैं आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। वहीं, एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया है कि युवती की मौत का सामने आया था, जिसकी जांच एसपी देहात द्वारा की गई, जिसमें रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। लड़की की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में मौत का कारण हार्ट अटैक होना आया है। कोई भी चोट की रिपोर्ट नहीं आई है।
मां के साथ गांव जा थी युवती
बता दें, पूरा मामला मथुरा के थाना मांट इलाके यमुना एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा के पास का है। 15 जून को सर्वेश कुमारी पत्नी सुशील कुमार निवासी गांव नगला हीरा सिंह थाना शिकोहाबाद फिरोजाबाद, नोएडा से अपनी 19 वर्षीय बेटी अंशिका यादव के साथ यूपी रोडवेज की बस यूपी 85 एएफ 9965 में बैठ कर अपने गांव जा रही थीं। तभी अचानक अंशिका को घबराहट हुई तो मां ने उसे गोद में लिटा लिया, जिसे देखकर कंडक्टर ने कहा कि उसे कोरोना है। इसके बाद अन्य यात्री भी यही कहने लगे और फिर कंडक्टर ने दोनों को बस से नीचे उतरने को कहा, लेकिन मां ने उतरने से मना कर दिया। इसके बाद कंडक्टर ने अंशिका पर कंबल डालकर उसे बस से नीचे खींचकर डाल दिया, जिससे उसके सिर में चोट लगी और उसकी मौत हो गई।
बस ड्राइवर और कडंक्टर के खिलाफ केस दर्ज
आरोप है कि इस मामले में कई दिनों तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दिल्ली महिला आयोग ने इसका संज्ञान लिया। मामला सामने तब आया जब दिल्ली महिला आयोग ने यूपी पुलिस को मामले में कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने को कहा। इसके बाद मथुरा के एसएसपी ने मामले की जांच एसपी देहात श्रीश चंद को सौंपी, जिनकी जांच में सामने आये आधार पर बस के ड्राइवर और कंडक्टर के खिलाफ मृतक युवती की मां की तहरीर पर थाना मांट में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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