पीएम मोदी के 69वें जन्मदिन पर खून से चिट्ठी लिखकर दी बधाई, अटल जी की याद दिलाकर की मांग
महोबा। उत्तर प्रदेश में महोबा जिला स्थित आल्हा चौक क्षेत्र के बुन्देली समाज के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अलग ही तरीके से जन्मदिन की बधाई दी है। बुन्देली समाज के संयोजक तारा पाटकर ने मोदी के 69वें जन्मदिन पर खून से खत लिखा। जिसमें उन्होंने बुंदेलखंड को पृथक राज्य बनाने की मांग दोहराई। मंगलवार सुबह 11 बजे उन्होंने खून से लिखे कई पत्र जारी किए। सोशल मीडिया पर उन्होंने इन पत्रों को पीएमओ को भी टैग किया। एक पत्र में खून से लिखा, ''मोदीजी बुंदेलखंड राज्य बनाओ।'
उसे बाद एक अन्य कागज पर लिखा, 'अटलजी ने तीन राज्य बना दिए थे, आप एक बुंदेलखंड राज्य ही बना दीजिए। दिक्कत क्या है सर?''
पृथक बुंदेलखंड के लिए 447 दिनों से अनशन चल रहा, मोदी से की मांग
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड को पिछड़ेपन और बदहाली का वाला हिस्सा माना जाता है। ऐसे में यहां लोग पृथक राज्य बनाए जाने की मांग करते रहे हैं। यहां खास तौर पर बुन्देली समाज समिति द्वारा यह मांग की जाती रही है। पृथक राज्य की मांग के तहत ही महोबा जिले में बीते करीब 447 दिनों से अनशन चल रहा है। समिति के लोगों द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के नाम कई बार पत्र लिखा जा चुका है। यह पत्र लोगों ने खून से लिखा। जिसमें वे कहते हैं कि बुंदेलखंड को यूपी से अलग राज्य बनाएं। वे अपने इस अनशन को भूख और बीमारी के खिलाफ जंग बताते हैं।
'यूपी की सरकार हमारी उपेक्षा करती रही हैं, इसलिए हमें अलग करें'
समिति के संयोजक तारा पाटकर के अनुसार, ''आज 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 69वां जन्मदिन मनाया जा रहा है। हम लोगों ने उनके जन्मदिन पर एक बार फिर खून से खत लिखा है। हमने उन्हें बधाई दी है। हमने मांग की है कि वे हमें एक 'बुंदेलखंड राज्य' दें। क्योंकि यूपी की राज्य हर बार सरकार द्वारा बुंदेलखंड की उपेक्षा की जाती रही है, इसलिए हम अलग राज्य चाहते हैं। इसी मांग को लेकर हमें अनशन करते हुए 447 दिन बीत गए हैं।''
'अनशन का एक साल पूरा होने पर 150 लोगों ने खून से खत लिखा'
''ऐसा
नहीं
है
कि
हमने
सिर्फ
उन्हें
जन्मदिन
की
बधाई
दी
है,
हमारी
ओर
से
सरकार
को
कभी
राखियाँ
भी
भेजी
गई
हैं।
बुंदेलखंड
के
लोगों
की
जनभावनाओं
का
ख्याल
रखते
हुए
सरकार
को
शीघ्र
बुंदेलखंड
राज्य
स्थापित
करना
चाहिए।''
''इससे
पूर्व
28
जून
को
जब
हमारे
अनशन
का
एक
वर्ष
पूरा
हुआ
था,
तब
150
लोगों
ने
प्रधानमंत्री
को
अपने
खून
से
खत
लिखे
थे।
उसके
बाद
जब
रक्षाबंधन
निकला
तो
बुंदेलखंड
की
हजारों
बहनों
ने
प्रधानमंत्री
को
राखी
भेजकर
तोहफे
में
अलग
राज्य
देने
की
अपील
की
थी।
किंतु
प्रधानमंत्री
कार्यालय
ने
अभी
तक
अपनी
चुप्पी
नहीं
तोड़ी
है।'
'अटलजी ने तीन राज्य बनाए, मोदी एक ही बनवा दें'
बुंदेली समाज के संयोजक ने कहा कि भाजपा हमेशा से छोटे राज्यों की पक्षधर रही है। अगर ऐसा न होता तो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक साथ तीन नये राज्य न बनाते। हमें उम्मीद है कि मोदी जी जल्दी ही बुंदेलखंड की जनता को अलग राज्य का तोहफा देंगे।
ये लोग कर रहे हैं अनशन
तारा के साथ उनके अनशन पर वीरेंद्र अवस्थी, कृष्णा शंकर जोशी, इंद्रजीत सिंह, देवेन्द्र तिवारी, राम सेवक अवस्थी, अमर चंद विश्वकर्मा, अनिरुद्ध मिश्र, कल्लू चौरसिया, राम किशोर तिवारी, संतोष धुरिया, हरिश्चंद्र वर्मा, हरगोविंद, रंजीत गौतम, अमन तिवारी आदि लोग मौजूद रहते हैं।