व्यापारी इंद्रकांत की हत्या के सबूत नहीं मिले, निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार की भूमिका पर जांच जारी: SIT
महोबा। यूपी के महोबा जिले के बहुचर्चित व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड में एडीजी प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश ने खुलासा करते हुए बताया कि मृतक इन्द्रकांत को सामने से उनके ही लाइसेंसी पिस्टल की गोली लगी थी जो कार के अंदर से ही चलाई गई थी। एडीजी ने खुलकर नहीं कहा कि इंद्रकांत ने खुद को गोली मारी। एडीजी ने बताया कि अभी तक की एसआईटी की जांच में हत्या जैसी कोई वारदात सामने नहीं आई है। अभी भी इस घटना की जांच जारी है, निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
कबरई के बहुचर्चित व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड ने नया मोड़ ले लिया है। एडीजी प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश ने प्रेसवार्ता कर जानकारी दी कि एसआईटी टीम की जांच में व्यापारी के हत्या होने के कोई सबूत अभी तक नहीं मिले हैं। उनकी मौत किन परिस्थितियों में हुई, इसकी जांच की जा रही है। बैलिस्टिक जांच में पता चला है कि गोली इंद्रकांत त्रिपाठी के लाइसेंसी पिस्टल से चली थी। गोली सीट के पीछे मिली, इससे ऐसा लगता है कि गोली सामने से लगी थी। यह भी पता चला है कि गोली बहुत नजदीक से मारी गई थी। व्यापारी की कार में किसी अन्य व्यक्ति के मौजूद होने के प्रमाण नहीं मिले हैं।
एडीजी ने बताया कि पूर्व पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार से अभी किसी भी तरह की वार्ता नहीं हो सकी है, उनकी लोकेशन नहीं मिल पा रही है। उनके वकील ने बताया गया कि वह कोरोना पॉजिटिव है। मणिलाल पाटीदार से डीजी हेड क्वार्टर से भी लगातार सम्पर्क किया जा रहा है लेकिन अभी तक कोई बात नहीं हो सकी। मणिलाल पाटीदार को क्लीन चिट नहीं दी गई है, उन पर जो भी आरोप लगे हैं, उनकी जांच जारी है।