महोबा के निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार पर चलेगा हत्या का मुकदमा, पुलिस कर रही जांच
महोबा। यूपी के महोबा जिले के निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, क्रशर और विस्फोटक कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद इस मामले में हत्या के प्रयास का मुकदमा अब हत्या की धारा में तब्दील होगा। एडीजी प्रयागराज प्रेम प्रकाश ने बताया कि इंद्रकांत त्रिपाठी के शव कानपुर से महोबा लाया गया था, जहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इस मामले में कुछ लोगों से पूछताछ की गई, जिसमें अहम सुराग मिले है। इसके अलावा जो तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार हैं, वह यहां नहीं है। इस घटना में जिन पुलिसकर्मियों के नाम आ रहे है उनके खिलाफ डिपार्टमेंटल जांच शुरू की जा चुकी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में धारा 307 से अब मौत हो जाने के कारण 302 में तब्दील की जाएगी।
क्रशर और विस्फोटक कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर वसूली करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। इसके बाद 8 सितंबर को इंद्रकांत त्रिपाठी को गोली मार दी गई। कारोबारी का इलाज कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में चल रहा था। रविवार देर शाम इंद्रकांत की मौत हो गई। देर रात दो डॉक्टरों के पैनल और वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम हुआ। रिपोर्ट मौत का कारण सेप्टीसीमिया बताया गया है। हालांकि परिजनों ने जहरीला इंजेक्शन दिए जाने की आशंका जताई थी, जिसके चलते बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है।
सोमवार को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में इंद्रकांत का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान एडीजी प्रयागराज जोन प्रेमप्रकाश, मंडलायुक्त चित्रकूट धाम गौरव दयाल, डीआईजी के सत्यनारायण, डीएम अवधेश कुमार तिवारी, एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव सहित हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट से आई पुलिस फोर्स तैनात रही। दाह संस्कार के बाद अंत्येष्टि स्थल से मृतक इंद्रकांत त्रिपाठी के कारोबारी सहयोगी पुरषोत्तम को पुलिस द्वारा उठा लिया गया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों की पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई। हालांकि, स्थिति नियंत्रित में होने के बाद पुलिस मृतक के दूसरे कारोबारी पार्टनर बल्लू को उठाने उसके घर पहुंच गई। पुलिस को देखकर बल्लू के परिजन आक्रोशित हो गए जिसके चलते पुलिस को बैरंग वापस लौटना पड़ा।