'अगर हमारे गुट को अलग पहचान नहीं मिली तो...', शिवसेना के बागी MLA ने बताया आगे का प्लान
नई दिल्ली, 25 जून। महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट (Maharashtra Political Crisis) के बीच शिवसेना से बागी हुए विधायक पार्टी दूरी बनाने के वजह गिना रहे हैं। शनिवार को शिंदे ग्रुप के एक विधायक ने शिवसेना बागावत करने वाले विधायकों के समूह की आगे की रणनीति का जिक्र किया। शिवसेना के बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि ये एक गलतफहमी है कि हम सबने शिवसेना छोड़ दी है। केसरकर ने कहा कि हमने सिर्फ अपने गुट को अलग किया है।

गुवाहाटी में स्थित रेडिसन ब्लू होटल से शुरू हुई एकनाथ शिंदे की रिजॉर्ट पॉलिटिक्स महाराष्ट्र के लिए राजनीतिक संकट बन गई। कुछ ही समय में शिंदे गुट के सभी शिवसेना विधायक अपना सामान बांधकर इस आलीशान होटल में पहुंच गए। हालांकि सूत्रों की मानें तो होटस में विधायक ठहरने के लिए के प्रतिदिन एक बड़ी राशि अदा की जा रही है। होटल में शिवसेना के विधायकों के 7 दिन ठहरने का खर्चा करीब 56 लाख से ज्यादा है। यहां रोजाना करीब 8 लाख रुपये सिर्फ ठहरने के लिए खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन शिवसेना के बागी विधायक पार्टी से अलग होने की बातों से इनकार कर रहे हैं।
शनिवार को शिवसेना के बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि ये एक गलतफहमी है कि बीगी विधायकों से शिवसेना छोड़ दी है। उन्होंने कहा 'हमने सिर्फ अभी अपने गुट को अलग किया है। हमारे पास उस रास्ते पर चलने के लिए 2-3वां बहुमत है जो हम चाहते थे। हमारा नया नेता बहुमत से चुना गया। उनके पास 16-17 से ज्यादा विधायक नहीं थे।'

विधायक दीपक ने आगे कहा कि हमें किसी दल के साथ विलय करने की कोई जरूरत नहीं है। हमारे गुट को अलग पहचान दी जाएगी और हम किसी अन्य पार्टी के साथ विलय नहीं कर रहे हैं। हमारे गुट को मान्यता दी जानी चाहिए, अगर यह नहीं दिया गया तो हम अदालत जाएंगे और अपने अस्तित्व और संख्या को साबित करेंगे। हमारे पास संख्या है, लेकिन हम सीएम उद्धव ठाकरे का सम्मान करते हैं, हम उनके खिलाफ नहीं बोलेंगे। हमें उस रास्ते पर चलना चाहिए जिस पर हमने विधानसभा चुनाव लड़ा था।
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शिवसेना के बागी विधायक दीपक केसरकार ने कहा कि कोई पार्टी हमारे होटल में रहने के खर्च का भुगतान नहीं कर रही है। हमारे नेता एकनाथ शिंदे ने हमें बुलाया और हम यहां आए और रुके। इन सबके पीछे बीजेपी का कोई हाथ नहीं है।