कांग्रेस के बिना कुछ नया करने की कोशिश में हैं ममता बनर्जी: शिवसेना
नई दिल्ली, 5 दिसंबर: हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाराष्ट्र का दौरा किया था। वहां पर उन्होंने कई बड़ी राजनीतिक हस्तियों से मुलाकात की। जिसमें शिवसेना सांसद संजय राउत भी शामिल थे। वैसे तो मुलाकात के बाद राउत और टीएमसी नेताओं ने इसे सामान्य बताया था, लेकिन तब से राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है। अब इस मामले पर शिवसेना ने अपने मुख्यपत्र सामना में विस्तार से लिखा है।
सामना के संपादक संजय राउत के मुताबिक अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीएमसी) की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने पर विचार कर रही हैं। उन्होंने मुंबई में आदित्य ठाकरे, शरद पवार आदि से मुलाकात की। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वो महाराष्ट्र में टीएमसी विस्तार की योजना बना रहीं, लेकिन ऐसा नहीं है, क्योंकि वहां पर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी के खिलाफ मजबूती से खड़ा हुआ है।
राउत ने आगे लिखा कि टीएमसी प्रमुख ने इस बात का जिक्र किया था कि शिवसेना की मजबूत उपस्थिति की वजह से वो महाराष्ट्र की राजनीति में एंट्री के लिए उत्सुक नहीं हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि वो कांग्रेस को छोड़कर कुछ नया करने की सोच रहीं। वैसे कांग्रेस नेता काफी वक्त से टीएमसी के विस्तार को लेकर ममता पर हमलावर हैं।
निवेश
पर
कही
ये
बात
वहीं
ममता
बनर्जी
ने
महाराष्ट्र
के
उद्योगपतियों
से
मुलाकात
की
और
उन्हें
बंगाल
में
निवेश
के
लिए
आमंत्रित
किया।
इस
पर
बीजेपी
ने
ममता
पर
महाराष्ट्र
के
निवेश
को
बंगाल
ले
जाने
का
आरोप
लगाया
था।
इसके
बारे
में
राउत
ने
लिखा
कि
बीजेपी
ने
ममता
बनर्जी
की
आलोचना
की,
लेकिन
गुजरात
के
मुख्यमंत्री
के
खिलाफ
एक
शब्द
भी
नहीं
कहा,
जो
वाइब्रेंट
गुजरात
शिखर
सम्मेलन
के
लिए
महाराष्ट्र
के
उद्योगपतियों
से
मिले
थे।
ये
पाखंड
नहीं
तो
क्या
है।