नवाब मलिक के आरोपों पर समीर के पिता ने दी सफाई, कहा-निकाहानामा सही है लेकिन हम हिंदू हैं
मुंबई, 27 अक्टूबर: मुंबई क्रूज ड्रग्स केस विवाद में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। एनसीबी जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को लेकर हर दिन कोई ना कोई खुलासा हो रहा है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी के समीर वानखेड़े को लेकर बुधवार को उनके निकाहनामे की एक कॉपी सार्वजनिक की है। जिस पर समीर के पिता का बयान आया है। ज्ञानदेव वानखेड़े ने कहा कि, हमारे निजी जीवन पर हमला किया गया है। अगर वह (नवाब मलिक) हमें निशाना बनाते रहे तो मानहानि का केस करेंगे।
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नवाब मलिक के बुधवार के खुलासे पर जवाब देते हुए ज्ञानदेव वानखेड़े ने कहा कि, हमारे निजी जीवन को निशाना बनाया गया है। अगर वह (नवाब मलिक) हमें निशाना बनाते रहे तो मानहानि का केस करेंगे...कोर्ट का रुख करेंगे। जब से उसका दामाद ड्रग मामले में गिरफ्तार हुआ है, वह हमें निशाना बना रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि, हमारे जीवन को खतरा है। वह (नवाब मलिक) एक प्रभावशाली शख्सियत है और 'रावण' की तरह है- उसके 10 हाथ, 10 मुंह, पैसा है, कुछ भी कर सकते हैं...मैं दलित हूं, मेरे दादा, परदादा सब हिन्दू हैं तो बेटा कहां से मुस्लिम हो गया? ये उन्हें(नवाब मलिक) समझना चाहिए।
समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव ने भी कबूल किया है कि निकाहनामा सच है, लेकिन हम हिंदू हैं। मैं, मेरा बेटा और बेटी एक छोटा परिवार है और हम सब हिंदू हैं। मेरी पत्नी मुस्लिम थी। समीर वानखेड़े के पिता से जब निकाहनामे पर उनके दाऊद नाम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 'वो एक बड़ी शादी थी, मैं उर्दू नहीं समझता, मेरी पत्नी ने वो लिखा होगा। मेरा नाम ज्ञानदेव है, दाऊद नहीं। शायद मेरी पत्नी ने शादी के लिए दाऊद लिखा होगा। मैंने कुछ नहीं छुपाया। मैं जन्म से हिंदू हूं।
वहीं समीर की पत्नी क्रांति ने कहा कि, निकाहनामा सही है। निकाह हुआ लेकिन समीर ने कानूनी तौर पर अपना धर्म, जाति नहीं बदली। यह सिर्फ एक औपचारिकता थी क्योंकि मेरी सास मुस्लिम थीं और उनकी खुशी के लिए निकाह हुआ। नवाब मलिक द्वारा साझा किया गया जन्म प्रमाण पत्र गलत है। समीर वानखेड़े को पता था कि वो हिन्दू हैं और उन्हें स्पेशल मैरिज एक्ट में शादी करनी है और उन्होंने वो की। तो फर्जीवाड़ा कहां हुआ? समीर वानखेड़े ने अपनी जाति और धर्म के बारे में कभी झूठ नहीं बोला है।
Wankhede vs Malik: अब काजी मुजम्मिल अहमद ने कहा- 'मुस्लिम हैं समीर तभी तो करवाया था शबाना से निकाह'
क्रांति ने कहा कि, हमारी निजी तस्वीरें साझा कर नवाब मलिक अपने द्वारा ली गई संवैधानिक शपथ के खिलाफ काम कर रहे हैं। हम उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे, प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। उनका एक ही मकसद समीर वानखेड़े को उनके पद से हटाना है ताकि उनके दामाद को बचाया जा सके। अब नवाब मालिक के आरोपों के बाद समीर वानखेडे का निकाह करवाने वाले काजी मुजम्मिल अहमद भी आए सामने आएं हैं।
काजी मुजम्मिल अहमद का दावा है कि समीर मुस्लिम थे इसलिए शादी हुई। अगर मुस्लिम नहीं होता तो शादी ही नहीं होती। निकाहनामा में पिता का नाम दाऊद लिखा था। उन्होंने कहा, "अगर वो हिंदू होते तो मैं निकाह नहीं करवाता। लोखंडवाला इलाके के गार्डन हॉल में हजार-दो हजार लोगों के बीच निकाह करवाया था।