ट्रेन से 2007 में चोरी हुई थी 22 ग्राम सोने की चैन, रेलवे पुलिस ने 14 साल बाद यात्री को लौटाई
मुंबई: रेलवे पुलिस ने मुंबई में सोमवार को महिला दिवस के मौके पर आयोजित हुए कार्यक्रम के दौरान यात्रियों के चोरी हुए लैपटॉप, फोन, जेवरात और नकदी फिर से मिल गई। सामान की कुल कीमत करीब 14 लाख रुपए बताई जा रही है। अपना खोया हुआ सामान दोबारा पाकर यात्री भी काफी खुश नजर आए। कुछ रेलवे यात्रियों के लिए अपने चोरी के कब्जे को वापस लेना एक भावनात्मक क्षण था।
एक व्यापारी सुरेश सांवलिया ने 2007 में अहमदाबाद-मुंबई ट्रेन में यात्रा के दौरान हैंडबैग से चोरी हुई 22 ग्राम सोने की चेन को वापस पाने की उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन चोरी के 14 साल बाद रेलवे पुलिस अधिकारियों ने उसकी चोरी हुई सोने की चेन वापस सौंप दी। व्यापारी ने बताया कि वो यात्रा के दौरान सोते समय बर्थ के नीचे अपने हैंडबैग को टांक किया था। जब वह उठा तो उसने पाया कि बैग उसमें सोने की चेन थी। इसके बाद वो सांवलिया बोरीवली स्टेशन पर उतर गया और जीआरपी थाने में शिकायत दर्ज कराई। सावलिया खुश थे कि पुलिस ने इतने सालों के बाद भी हार नहीं मानी और आरोपियों को दबोचा लिया।
ऐसे ही कंप्यूटर डीलर श्रीपाल जैन के चोरी हुए फोन को दो दिनों के भीतर पुलिस ने ट्रैक कर लिया। ठाणे निवासी गायत्री भोगले ने कहा कि हम रेलवे पुलिस के आभारी हैं कि उसने हमारा चोरी हुआ मंगलसूत्र दोबारा हमें लौटाया है। ठाणे स्टेशन पर अगस्त 2019 में ट्रेन में उनके साथ चोरी हुई थी। कुछ रेलवे यात्रियों के लिए अपना चोरी हुआ सामान दोबारा पाना बेहद भावुक पल था।
महिला दिवस पर कार्यक्रम हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त महानिदेशक संदीप बिश्नोई और जीआरपी कमिश्नर कैसर खालिद ने की। आपको बता दें कि पिछले साल कोविड -19 लॉकडाउन के बावजूद जीआरपी ने 3,400 से अधिक सही मालिकों को 4.5 करोड़ रुपये के चुराए गए कीमती सामान लौटाए थे।