ट्वीट मामले में सचिन और लता मंगेशकर की नहीं, बीजेपी आईटी सेल की हो रही जांच: अनिल देशमुख
ट्वीट मामले में सचिन और लता मंगेशकर की नहीं, बीजेपी आईटी सेल की हो रही जांच: अनिल देशमुख
मुंबई। किसान आंदोलन को लेकर विदेश हस्तियों को दखल ना देने की बात कहने वाले ट्वीट करने के मामले में सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर की जांच महाराष्ट्र सरकार नहीं कर रही है। महाराष्ट्र सरकार इसमें भाजपा की आईटी सेल की भूमिका की जांच कर रही है। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने विधानसभा में ये बताया है। मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस के एक सवाल के जवाब में उन्होंने ये जानकारी दी।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को उद्धव ठाकरे सरकार को घेरते हुए कहा कि ये सरकार उन लोगों की जांच करा रही है। जो देशहित में अपनी बात कह रहे हैं और ट्वीट कर रहे हैं। ऐसा कर सरकार लोगों को डराने की कोशिश कर रही है।
फडणवीस को जवाब देते हुए गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि ना तो सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर की जांच का कोई आदेश दिया गया है और ना ही इन लोगों की जांच हो रही है। हां, भारतीय जनता पार्टी की आईटी सेल से जुड़े लोगों के खिलाफ जांच का आदेश दिया गया है और इनकी जांच हो भी रही है। देशमुख ने कहा कि बारह लोगों की पहचान की गई है। उनकी जांच की जाएगी और पूछताछ होगी ना कि सचिन या लता मंगेशकर की।
क्या है पूरा मामला
देश में बीते करीब नौ महीने से किसान आंदोलित हैं। बीते साल केंद्र सरकार की ओर से लाए तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर किसान दिल्ली की सीमाओं और देशभर में धरना दे रहे हैं। इसको लेकर बीते महीने मशहूर सिंगर रियाना ने ट्वीट कर एक खबर शेयर की थी, जिसमें बताया गया था कि जो किसान धरना दे रहे हैं, उनके साथ सरकार का रवैया बेहद खराब है। किसानों की बिजली,पानी और इंटरनेट जैसी सुविधाएं बंद की जा रही हैं। इसे शेयर करते हुए रियाना ने कहा था कि आखिर कोई इस पर बात क्यों नहीं कर रहा है।
रियाना के इस ट्वीट के बाद देश के कई फिल्म और खेल जगत से जुड़े कई लोगों ने ट्वीट कर इसको विदेशी दखल बताया था और कहा था कि किसान आंदोलन हमारा अंदरुनी मामला है। ट्वीट करने वालों में महाराष्ट्र के आने वाले सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर का भी नाम है। इन ट्वीट के बाद महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने 8 फरवरी को इसमें जांच के आदेश दिए थे। देशमुख ने कहा था कि सभी सितारों के ट्वीट्स की भाषा हूबहू एक जैसी है। ऐसे में इस बात की जांच की जाएगी कि इस एक ट्वीट को करने के लिए किसी पर कोई दबाव तो नहीं था।
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