भारत में टेरर फंडिंग गैंग चला रहा नाइजीरियन मुंबई से दबोचा, यूपी एटीएस ने किए कई खुलासे
मुंबई। उत्तर प्रदेश की एंटी टेररिज्म स्क्वाड ने देश में सक्रिय टेरर फंडिंग गैंग के मास्टर माइंड को मुंबई से दबोच लिया। यह मास्टरमाइंड नाइजीरिया का रहने वाला था। उसके साथ ही स्क्वाड ने दो और अपराधी भी महाराष्ट्र में गिरफ्तार किए। गैंग से पूछताछ में पता चला कि वे बैंक खातों को हैक करके करोड़ों रुपये उड़ा चुके हैं। रकम को वे आतंकी गतिविधियां संचालित करने वालों को भेजते थे। गैंग ने स्वीकार किया कि 2.5 लाख अमेरिकन डॉलर का हस्तांतरण किया था। एक-एक ट्रांजेक्शन में 10-10 करोड़ रुपये भी ट्रांसफर किए गए थे। अब एटीएस एवं अन्य सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इतनी बड़ी धनराशि किन-किन संस्थाओं या व्यक्तियों को भेजी गई? पैसा ट्रांसफर करने के लिए किन-किन खातों का प्रयोग किया गया? साथ ही कौन-कौन लोग इनकी मदद कर रहे थे?
ये सामान बरामद हुआ
एटीएस अधिकारियों ने खुलासा किया कि पकड़े गए तीन अपराधियों में मुख्य साजिशकर्ता चिनवेउबा एमेका माइकल, पीटर हरमन अस्सेंगा एवं अर्जुन अशोक खराडे शामिल हैं। अभी तीनों से पूछताछ जारी है। उनके पास से 3 लैपटॉप, 4 चार मोबाइल, 13 भारतीय सिमकार्ड, 1 विदेशी सिम कार्ड, 13 डोंगल, 2 पेन ड्राइव, 3 राऊटर, 1 नाइजीरियाई पासपोर्ट व दो नाईजीरियाई पहचान पत्र बरामद हुए हैं।
ऐसे टेरर फंडिंग के साजिशकर्ता तक पहुंची एटीएस
इससे पहले लखीमपुर खीरी जिले के निघासन थाना क्षेत्र से चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था। उन चारों से इस गिरोह के बारे में जानकारी मिली थी। एटीएस को पता चला था कि टेरर फंडिंग मामले के मुख्य साजिशकर्ता एक नाईजीरियाई और भारतीय नागरिक हैं। जिसके बाद एक अभियुक्त 23 अक्तूबर को और दो अभियुक्तों को 24 अक्तूबर को गिरफ्तार किया गया।
यूपी में पकड़े गए थे 4 संदिग्ध
11 अक्तूबर को लखीमपुरखीरी की क्राइम ब्रांच एवं निघासन थाना पुलिस ने उम्मेल अली, संजय अग्रवाल, समीर सलमानी व एराज अली को गिरफ्तार किया था। ये लोग आतंकी गतिविधियों में शामिल थे। पूछताछ में पता चला कि उम्मेद अली, संजय अग्रवाल व एराज अली मूल रूप से लखीमपुर खीरी के तिकुनिया थाना क्षेत्र के ही रहने वाले हैं, जबकि समीर सलमानी बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र से था।