मुंबई पुलिस ने पेश की मिसाल! 5साल की रेप पीड़िता के लिए जुटाए पैसे,10वीं तक फ्री में करेगी पढ़ाई
यह घटना 7 जनवरी को हुई थी। आरोपी ने पीड़ित बच्ची को पहले किडनैप किया और बाद में उसे एक सरकारी स्कूल में ले जाकर उसके साथ रेप किया था।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के नागपाड़ा में एक बेहद ही शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। एक 15 साल के नाबालिग ने पांच साल की बच्ची के साथ रेप किया। रेप की इस घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया था। मुंबई पुलिस ने बताया कि 5 साल की बच्ची के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने के अपराध के 6 घंटे के भीतर एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया गया था और उसे सुधार केंद्र भेजा गया है।
बच्ची की मदद के लिए आगे आए पुलिसकर्मी
इसके इतर नागपाड़ा पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों ने पीड़िता की मदद करने के फैसला किया। नागपाड़ा पुलिस बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए न सिर्फ कानूनी लड़ाई लड़ रही है बल्कि उसके उज्जवल भविष्य के लिए पैसे भी इकट्ठा कर रही है। अधिकारियों ने पीड़ित के लिए 1.10 लाख रुपये एकत्र कर लिए हैं। 10वीं तक उसकी पढ़ाई मुफ्त होगी।
7 जनवरी को हुई थी ये घटना
पुलिस ने बताया कि 5 साल की नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म की जानकारी मिली थी। जिसके बाद नागपाड़ा पुलिस ने आईपीसी की धारा 376 (A)(B), 363, 323 और पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर किया। केस दर्ज करने के बाद गंभीरता से जांच की गई और नाबालिग आरोपी को महज 6 घंटे में ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह घटना 7 जनवरी को हुई थी। आरोपी ने पीड़ित बच्ची को पहले किडनैप किया और बाद में उसे एक सरकारी स्कूल में ले जाकर उसके साथ रेप किया था।
पुलिस ने बच्ची के जुटाए 1.1 लाख रुपए
लेकिन पुलिसकर्मी उस पांच साल की बच्ची को देखकर बहुत दुखी हुए। दरअसल बच्ची के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत बुरी थी। जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने बच्ची की मदद के लिए चंदा इकट्ठा करने का फैसला किया। पुलिसकर्मियों ने अपने साथियों और अधिकारियों से बच्ची के चंदा जुटाना शुरू कर दिया। पुलिस कर्मियों ने अभी तक बच्ची की मदद के लिए 1लाख 10 हजार रुपए इकट्ठे कर लिए हैं।
इन रुपयों की खुलाई एफडी
जानकारी के मुताबिक, पुलिसकर्मियों ने जो पैसे इकट्ठे किए हैं, उनकी एक एफडी खोली है। ताकि जरूरत के समय पीड़ित बच्ची इन पैसों का इस्तेमाल कर सके। यही नहीं दक्षिण मुंबई एक नामी निजी स्कूल ने बच्ची की दसवीं तक की पढ़ाई को निशुल्क कराने का फैसला किया है। TOI की खबर के मुताबिक, नागपाडा पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर महेश कुमार ठाकुर ने बताया कि पीड़ित बच्ची के पिता एक दिहाड़ी मजदूर हैं और मां ग्रहणी। परिवार इतना गरीब है कि दैनिक खर्चे भी ठीक से पूरे नहीं हो पाते। इसलिए हमने बच्ची की मदद करने का फैसला लिया।
बच्ची का फ्री शिक्षा के लिए अच्छे स्कूल में कराया गया दाखिला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ,पुलिस अधिकारी ने बताया कि, इसके हमने बच्ची का एक अच्छे स्कूल में एडमिशन कराने का फैसला किया। जिसके लिए पुलिस की टीम ने इस स्कूल के चेयरमैन से संपर्क किया और उनसे बच्ची की स्थिति की बताते हुए उसे एडमिशन देने के लिए निवेदन किया। स्कूल के चैयरमैन ने बच्ची की स्थिति देखते हुए उसे अपने स्कूल में एडमिशन देने का फैसला किया। स्कूल बच्ची की फ्री में पढ़ाई करेगा। इतना ही नहीं अगर बच्ची स्कूल में आगे ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी करना चाहेगी तो वह पढ़ाई भी है उसके लिए निशुल्क रहेगी।
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