मुंबई: खारिज हुई 'बुल्ली बाई' ऐप के आरोपियों की जमानत, 27 जनवरी तक जेल में ही रहेंगे
मुंबई, 20 जनवरी। विवादित 'बुल्ली बाई' ऐप मामले में आरोपी विशाल कुमार झा, श्वेता सिंह और मयंक रावत की जमानत याचिका गुरुवार को खारिज हो गई। कोर्ट ने आरोपियों की न्यायिक हिरासत 27 जनवरी तक बढ़ा दी है। मुंबई की बांद्रा कोर्ट ने कथित मुस्लिम महिलाओं की ऑनलाइन बोली लगाने वाले एप में संलिप्त तीनों आरोपियों को जमानत देने से इनकार कर दिया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि विशाल कुमार झा को बेंगलुरु, श्वेता सिंह को उत्तराखंड और मयंक रावत को असम से गिरफ्तार किया गया था। तीनों को 14 जनवरी को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।

बता दें कि श्वेता और मयंक को बीते हफ्ते 7 जनवरी को पुलिस की टीम मुंबई लेकर आई थी और दोनों को बांद्रा कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने दोनों को जेल भेज दिया था। मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट कर उनकी 'ऑनलाइन नीलामी' करने वाले 'बुल्ली बाई ऐप' चलाने के मामले में गिरफ्तार श्वेता सिंह और मयंक रावत फिलहाल जेल में ही रहेंगे। दोनों की न्यायायिक हिरासत को मुंबई की बांद्रा कोर्ट ने शुक्रवार को 14 दिन के लिए बढ़ा दिया है। मुंबई पुलिस ने बताया कि बुल्ली बाई ऐप केस में आरोपी श्वेता सिंह और मयंक की पुलिस हिरासत बीते शुक्रवार खत्म हो गई थी।
नेपाली युवक का दावा, 'मैंने बनाया बुल्ली बाई ऐपबुल्ली बाई ऐप मामले पर महाराष्ट्र पुलिस की ओर की गई कार्रवाई पर एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने सवाल खड़े कर दिए हैं। कथित तौर पर नेपाल के एक शख्स ने अपने सोशल मीडिया साइट्स इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिखकर ये दावा किया है कि उसने बुली बाई ऐप को बनाया है और वही उसका संचालक है। बुधवार (05 जनवरी) को नेपाली शख्स ने दावा किया कि वह बुल्ली बाई ऐप के पीछे असली निर्माता और मास्टरमाइंड है। यूजर ने मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी की भी आलोचना की और कहा कि पुलिस को 'निर्दोष' युवाओं को निशाना बनाना बंद कर देना चाहिए वरना बुल्ली बाई 2.0 हो जाएगी।यह भी पढ़ें: बुल्ली बाई: 15 की उम्र से हैकिंग सीख रहा था आरोपी नीरज, कई पाकिस्तानी साइट्स को किया खराब
नेपाली युवक का दावा, 'मैंने बनाया बुल्ली बाई ऐप
बुल्ली बाई ऐप मामले पर महाराष्ट्र पुलिस की ओर की गई कार्रवाई पर एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने सवाल खड़े कर दिए हैं। कथित तौर पर नेपाल के एक शख्स ने अपने सोशल मीडिया साइट्स इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिखकर ये दावा किया है कि उसने बुली बाई ऐप को बनाया है और वही उसका संचालक है। बुधवार (05 जनवरी) को नेपाली शख्स ने दावा किया कि वह बुल्ली बाई ऐप के पीछे असली निर्माता और मास्टरमाइंड है। यूजर ने मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी की भी आलोचना की और कहा कि पुलिस को 'निर्दोष' युवाओं को निशाना बनाना बंद कर देना चाहिए वरना बुल्ली बाई 2.0 हो जाएगी।