महाराष्ट्र के इस गांव में CAA-NRC के खिलाफ प्रस्ताव पारित, सोशल मीडिया पर वायरल हुई कॉपी
महाराष्ट्र। नागरिकता संशोशन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी यानि एनआरसी के खिलाफ एक प्रस्ताव पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह प्रस्ताव बीड जिले के पाथरूड की ग्राम पंचायत ने दो फरवरी को हुई बैठक में पारित किया था।
प्रस्ताव में कहा गया, ''सीएए और एनआरसी को लेकर समाज में भ्रम की स्थिति है। यहां रह रहे सभी लोग भारतीय हैं, लेकिन उनके पास अपनी राष्ट्रीयता साबित करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं हैं। इसलिए गांव में सीएए और एनआरसी नहीं लागू किया जा सकता है।''
पाथरूड गांव में रहने वाले एकनाथ मसके ने कहा कि गांव की आबादी करीब 18,000 है। गांव वाले नए नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ हैं। इसलिए हमने गांव में इन्हें नहीं लागू करने का फैसला किया और एक प्रस्ताव पारित किया है। ग्राम सेवक सुधाकर गायकवाड़ ने कहा कि सीएए और एनआरसी पर सरकार के कदम ने गांव में सामाजिक ताने-बाने को प्रभावित किया है, इसलिए ग्रामीणों ने यह प्रस्ताव पारित किया है।
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