Times Now exit poll results 2019: महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना को भारी बहुमत, लगातार दूसरी बार बनेगी सरकार
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को वोटिंग संपन्न हो गई। महाराष्ट्र में करीब 61 फीसदी मतदान की खबर है। वोटों की गिनती 24 अक्टूबर को होगी। वोटिंग खत्म होने के तमाम चैनलों और एजेंसियों के एग्जिट पोल आ रहे हैं। टाइम्स नाउ के एग्जिट पोले के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को भारी बहुमत मिलने का अनुमान है। टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की दूसरी बार सरकार बनने जा रही है।
टाइम्स नाउ के एग्जिट में किसको कितनी सीटें
टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 230 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं कांग्रेस एनसीपी गठबंधन को 48 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य को दो सीटें मिलने का अनुमान है। अगर वोट शेयर की बात की जाए तो बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 54.20 फीसदी, कांग्रेस-एनसीपी को 29.40 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान है। वहीं अन्य को 16.40 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है।
बीजेपी-शिवसेना और कांग्रेस-एनसीपी में मुकाबला
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में इस बार मुकाबला बीजेपी की अगुवाई वाले महागठबंधन या फिर कहें 'महायुति' और कांग्रेस एनसीपी गठबंधन यानी कि 'महा अघाड़ी' (मोर्चा) के बीच है। दोनों पार्टियों ने पांच साल पहले अलग-अलग चुनाव लड़ा था। बीजेपी इस बार हैं। बीजेपी इस चुनाव में 150 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं शिवसेना 124 सीटों पर लड़ रही है। इसके अलावा 16 सीटों पर बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के सहयोगी दल किस्मत आजमा रहे है। कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन में कांग्रेस और एनसीपी 125-125 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 235 महिलाओं समेत 3,237 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। वोटिंग के लिए 96,661 मतदान केंद्र बनाये गए हैं जिन पर साढ़े छह लाख कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
साल 2014 में किसको कितनी सीट?
साल 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी,शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा है। साल 2014 के चुनाव में बीजेपी को 122 सीट मिली थी। वहीं शिवसेना को इस चुनाव में 63 सीटें मिली थी। अगर कांग्रेस की बात करें तो उसे मात्र 42 सीटें मिली थी। शरद पवार की पार्टी एनसीपी को मात्र 41 सीटें मिली थी। बाकी बाकी 13 सीटें छोटे दलों के खाते में गई थी, वहीं 7 निर्दलीय विधायक भी चुने गए थे। चुनाव बाद बीजेपी ने शिवसेना के सहयोग से सरकार बनाई थी।