उद्धव ठाकरे को पहले से था शक, इसलिए एकनाथ शिंदे से फोन पर की थी बात, अब बोले- 'आपको लगता है कि मैं बेकार हूं..
मुंबई, 25 जून: महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें इस राजनीतिक विद्रोह का पहले से ही संदेह हो गया था। उद्धव ठाकरे ने खुलासा किया कि बागी विधायक एकनाथ शिंदे पहले ही भाजपा के साथ जाने के इच्छुक विधायकों के यह मुद्दा उनके सामने उठाया था। ठाकरे ने यह भी बताया कि कुछ दिनों पहले ही एकनाथ शिंदे से इस मुद्दे को लेकर मोबाइल फोन पर बात हुई थी। ठाकरे ने साफ किया है कि भाजपा के साथ जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। फिलहाल असम के एक होटल में एकनाथ शिंदे शिवसेना के 40 से अधिक विधायकों के साथ हैं।

ठाकरे बोले- 'मुझे शक हुआ तो मैंने एकनाथ शिंदे को फोन किया...'
शिवसेना पार्षदों को संबोधित करते हुए शुक्रवार (24 जून) को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, "कुछ दिन पहले जब मुझे कुछ इस तरह का शक हुआ, तो मैंने एकनाथ शिंदे को फोन किया और उनसे कहा कि वह शिवसेना को आगे ले जाने का अपना कर्तव्य निभाएं, ऐसा करना सही नहीं है। उन्होंने कहा मुझे लगता है कि राकांपा-कांग्रेस हमें (शिवसेना) खत्म करने की कोशिश कर रही है और विधायक चाहते हैं कि हम भाजपा के साथ जाएं। मैंने उनसे उस वक्त कहा था कि जो विधायक चाहते हैं उन्हें मेरे पास लाएं।"

'अगर विधायक भाजपा के पास जाना चाहते हैं तो जाएं...'
उद्धव ठाकरे ने कहा, ''भाजपा, जिसने हमारी पार्टी, मेरे परिवार को बदनाम किया है। मेरे विधायक और एकनाथ शिंदे उन्ही के साथ जाने की बात कर रहे हैं। ऐसा सवाल ही नहीं उठता है। अगर विधायक वहां जाना चाहते हैं, तो वे सभी जा सकते हैं। लेकिन मैं नहीं जाने वाला हूं। अगर कोई जाना चाहता है, चाहे वह विधायक हो या कोई और, आओ और हमें बताओ और फिर जाओ।''

'अगर आपको लगता है मैं बेकार हो गया हूं...'
अपनी पार्टी के नेताओं से यह पूछने के लिए कि क्या वह पार्टी चलाने के लिए "बेकार और अक्षम" हैं? इस सवाल के जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह खुद को पार्टी से अलग कर लेंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा, ''अगर आपको लगता है कि मैं बेकार हूं और पार्टी चलाने में असमर्थ हूं, तो मुझे बताएं। मैं खुद को पार्टी से अलग करने के लिए तैयार हूं, आप मुझे बता सकते हैं। आपने अब तक मेरा सम्मान किया क्योंकि बालासाहेब ने ऐसा कहा था। अगर आप कहते हैं कि मैं अक्षम हूं तो मैं इस समय पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हूं।"

'पवार और सोनिया साथ, अपनों ने धोखा दिया...'
उद्धव ठाकरे ने सहयोगी दलों कांग्रेस और राकांपा के समर्थन की सराहना की। ठाकरे ने कहा, "कांग्रेस और राकांपा आज हमारा समर्थन कर रहे हैं, शरद पवार और सोनिया गांधी ने हमारा समर्थन किया है। लेकिन हमारे अपने लोगों ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा है। हमने उन लोगों को टिकट दिया जो जीत नहीं सकते थे और हमने उन्हें विजयी बनाया। उन लोगों ने आज हमें पीठ में छुरा घोंपा है।"

उद्धव ठाकरे ने आज एक बजे बुलाई बैठक
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज दोपहर 1 बजे पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। बैठक शिवसेना भवन में होगी जिसमें मुख्यमंत्री वर्चुअल रूप से शामिल होंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, ''मैंने पहले भी कहा है कि मेरा सत्ता से कोई लेना-देना नहीं है। जो लोग कहते थे कि वे शिवसेना छोड़ने के बजाय वो मरना पसंद करेंगे, वे आज भाग गए हैं।"