शिवसेना ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने पर खोले अपने पत्ते, कितनी सीटों पर उतार सकती है उम्मीदवार?
मुंबई। बिहार विधानसभा चुनाव में उतरने के लिए शिवसेना भी कमर कस रही है लेकिन अभी तक उसने अपने पत्ते नहीं खोले थे। अब शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने कहा है कि पार्टी 30-40 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। कहा कि इस मामले में अंतिम फैसला एक-दो दिन में ले लिया जाएगा। पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि बिहार में प्रदेश शिवसेना के नेता 50 सीटों पर कैंडिडेट लड़ाने की मांग कर रहे हैं लेकिन हमारा मानना है कि 30-40 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए।
बिहार के पूर्व डीजीपी के बक्सर से चुनाव में उतरने पर उनके खिलाफ शिवसेना उम्मीदवार खड़े करने के सवाल पर संजय राउत ने कहा, नजर बनाए रखिए, मैं बिहार जाऊंगा तो आपके इस सवाल का जवाब भी मैं वहां दूंगा। सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हुए तत्कालीन डीजीपी रहे गुप्तेश्वर पांडेय ने महाराष्ट्र की शिवसेना-एनसीपी सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद से ही गुप्तेश्वर पांडेय शिवसेना और एनसीपी दोनों के निशाने पर हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बिहार चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस से सवाल किया कि क्या वे गुप्तेश्वर पांडेय के लिए चुनाव प्रचार करेंगे जिन्होंने महाराष्ट्र और मुंबई पुलिस को बदनाम किया। सुशांत राजपूत केस में अपने बयानों से चर्चित हुए पूर्व डीजीपी जदयू में शामिल हो चुके हैं।
बिहार से शिवसेना नेताओं की टीम ने जाकर संजय राउत से मुलाकात की। नेताओं ने संजय राउत से बिहार चुनाव में उम्मीदवार उतारने की बात करने के साथ यह भी कहा कि वे हिंदुत्व और भूमिपुत्र के मुद्दे पर मैदान में उतरेंगे। गुप्तेश्वर पांडेय के खिलाफ चुनाव लड़ने के सवाल पर प्रदेश शिवसेना चीफ कौशलेंद्र शर्मा ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनकी सीट पहले तय हो जाय, वे बक्सर या शाहपुर से चुनाव लड़ेंगे तो शिवसेना उम्मीदवार उनके खिलाफ जरूर लड़ेगा। पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने 80 सीटों पर कैंडिडेट उतारे थे। बिहार चुनाव में शिवसेना के उतरने से हिंदू वोटों का विभाजन तय माना जा रहा है। बिहार में तीन चरणों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। 28 सितंबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 10 नवंबर को वोटों की गिनती होगी।