महाराष्ट्र में और कहर बरपाएगा कोरोना, 'अगले 2 सप्ताह तक रोजाना 1000 से अधिक की लेगा जान'
मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों ने खतरे की घंटी बजा दी है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने अनुमान लगाया है जिस तेजी से रोजाना नए मामले आ रहे हैं उसके मुताबिक 4 अप्रैल तक राज्य में एक्टिव केस की संख्या 3 लाख पार हो जाएगी। साथ ही 61,125 एक्टिव मरीजों के साथ पुणे नंबर-1 पर बना हुआ है जबकि नागपुर 47,707 के साथ दूसरे और मुंबई 32,827 के साथ तीसरे नंबर पर है।
उपचार सुविधाओं में आ सकती है कमी
कोरोना के बढ़ते मरीजों के चलते कई जिलों में लोगों के लिए उपचार सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ा है। नागपुर और थाने को इसकी वजह से सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
इसके साथ ही मौतों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी की आशंका जताई गई है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि अगले दिन में कोरोना वायरस से मौतों का आंकड़ा 64,000 के पार जा सकता है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस को लेकर अनुमान वर्तमान में 1 प्रतिशत साप्ताहिक वृद्धि दर के आधार पर लगाया है। सभी जिलों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर ये अनुमान लगाया है।
53 हजार पार कर चुका मौत का आंकड़ा
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग ने 2.27 प्रतिशत की मृत्यु दर के हिसाब से 28,24,382 कुल केस के मुकाबले 64,613 मौतों का अनुमान लगाया है। यानि कि अगले दो सप्ताह तक रोजाना कोरोना वायरस के चलते 1000 से अधिक मौतें होने का अनुमान लगाया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 31,855 नए मामले सामने आए हैं। जो कि पिछले साल कोरोना वायरस की शुरुआत के बाद से अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इसके साथ ही राज्य में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 25,64,881 हो गई है। राज्य में 2,47,299 एक्टिव केस हैं और बुधवार को 95 मौतों के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 53,684 हो गई है।
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ऑक्सीजन बेड की हो सकती है कमी
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुमान के मुताबिक अभी पर्याप्त संख्या में नॉन-ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर मौजूद हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 4000 बेड की आवश्कता है। मुख्य स्वास्थ्य सचिव प्रदीप व्यास नागपुर और थाने में भविष्य को देखते हुए अगर जल्द हजारों की संख्या में बेड के इंतजाम नहीं किए गए तो इसकी भारी कमी पड़ सकती है।
हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि विभाग ने जो अनुमान लगाया है वह उसके पुराने तरीके से जारी किए अनुमान हैं क्योंकि पिछले तीन से चार दिनों में राज्य में एक लाख से अधिक कोरोना के केस सामने आए हैं। वर्तमान में एक्टिव केस में 41 प्रतिशत से अधिक अस्पतालों में भर्ती हैं जिनमें 8 प्रतिशत गंभीर हालत में हैं और 0.71 प्रतिशत वेंटिलेटर पर हैं।