बिहार में कांग्रेस की नई 'मुश्किल', दूसरे दलों की बागी नेताओं ने पार्टी से की ये डिमांड
नई दिल्ली। तीन राज्यों में कांग्रेस की शानदार चुनावी जीत बिहार में पार्टी के लिए समस्या बनती जा रही है। प्रतिद्वंद्वी भाजपा, जदयू, राकांपा और राजद के नेता कांग्रेस में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं। ये वे राजनेता हैं जो मौजूदा पार्टी से नाखुश हैं। रविवार को पटना में हुई कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी की रैली से ये राजनेता उत्साहित हैं। उनका मानना है कि कांंग्रेस पार्टी यूपी के बाद बिहार में भी फ्रंट फुट पर खेलने जा रही है।
कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं दूसरे दलों से आए बागी नेता
लेकिन यूपी में जहां कांग्रेस नए नेताओं को शामिल करने के लिए संघर्ष कर रही है, वहीं बिहार में कांग्रेस में काई अन्य पार्टियों के नेता शामिल होने जा रहे हैं। यह एक साल पहले की स्थिति के ठीक विपरीत है। जब कांग्रेस बिहार में एक राज्य इकाई के अध्यक्ष को खोजने के लिए संघर्ष कर रही थी। कांग्रेस में शामिल होने के लिए कई बड़े नाम सामने आ रहे हैं। इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, इनमें पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद, फिल्म स्टार शत्रुघ्न सिन्हा(दोनों भाजपा सांसद हैं), पूर्व भाजपा सांसद उदय सिंह, बिहार के मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह और जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव शामिल हैं।
कांग्रेस से टिकट मांग रहे अधिकांश नेता उच्च जातियों से हैं
शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री एल एन मिश्रा के पोते जदयू नेता ऋषि मिश्रा कांग्रेस में शामिल हो गए। इससे पहले जेल में बंद डॉन-राजनेता आनंद मोहन की पत्नी और पूर्व सांसद लवली आनंद और एनसीपी नेता तारिक अनवर कांग्रेस में शामिल हुए थे। इनमें से अधिकांश नेता उच्च जातियों से हैं। ऋषि मिश्रा और कीर्ति आज़ाद ब्राह्मण हैं, उदय सिंह और लवली आनंद राजपूत हैं, अनंत सिंह भूमिहार हैं और शत्रुघ्न सिन्हा कायस्थ हैं।
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पार्टी आलाकमान की बढ़ी परेशानी
कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा रखने वाले उच्च जाति के नेताओं की अचानक वृद्धि ने बिहार में अपने सहयोगियों को असहज कर दिया है। बिहार में कांग्रेस के मुख्य सहयोगी राजद को लगता है कि यह स्थिति राजद के मूल ओबीसी और दलित समर्थकों को भ्रमित कर सकती है। विधायक अनंत सिंह पहले ही मुंगेर लोकसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर चुके हैं। जबकि महागठबंधन में मुंगेर राजद के खाते में जाएगी। सूत्रों ने बताया कि राजद नेता तेजस्वी यादव ने आखिरकार सिंह को मुंगेर से समायोजित करने पर सहमति जताई है और लोगों ने इस मामले से अवगत कराया। ऐसी ही स्थिति लवली आंनद और कीर्ति आजाद को लेकर है।
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