केंद्र ने शिवसेना के 15 बागी विधायकों को दी 'Y+' श्रेणी की सुरक्षा: सूत्र
नई दिल्ली, 26 जून: महाराष्ट्र में सियासी भूचाल मचा हुआ है। उद्धव सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। सरकार के मंत्री एकनाथ शिंदे ने महाविकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। एक तरफ जहां शिंदे अपने साथ 42 से ज्यादा बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी के होटल में डेरा जमाए हुए है। तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र के अंदर शिव सेना कार्यकर्ताओं के अंदर गुस्सा है, जिसके बाद लगातार बागी विधायकों के कार्यालयों पर तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। इस बीच खबर कि केंद्र सरकार ने शिवसेना के 15 बागी विधायकों को सुरक्षा कवर दिया है।

न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि केंद्र सरकार ने शिवसेना के 15 बागी विधायकों को 'Y+' श्रेणी के सशस्त्र केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) सुरक्षा कवर प्रदान किया है। सूत्रों के मुताबिक रमेश बोर्नारे, मंगेश कुदलकर, संजय शिरसत, लताबाई सोनवणे, प्रकाश सुर्वे, सदानंद सरनावनकर, योगेश दादा कदम, प्रताप सरनाइक, यामिनी जाधव, प्रदीप जायसवाल, संजय राठौड़, दादाजी भूसे, दिलीप लांडे, बालाजी कल्याणर, संदीपन भुमारे को सीआरपीएफ की सुरक्षा मुहैया कराई गई है।
Central government has provided 'Y+' category armed Central Reserve Police Force (CRPF) security cover to 15 rebel Shiv Sena MLAs: Sources
— ANI (@ANI) June 26, 2022
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने आरोप लगाया था कि उनके साथ बागी विधायकों के परिवार की सुरक्षा खतरे में है। एकनाथ शिंदे ने शनिवार (25 जून) की सुबह ट्वीट कर कहा था कि बागी विधायकों और उनके परिवार की सुरक्षा वापस ले ली गई है। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है।'
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में मचे सियासी तूफान के पीछे एकनाथ शिंदे ही है, जिन्होंने उद्धव ठाकरे से कहा कि वो बीजेपी से गठबंधन करें और महाविकास अघाड़ी से रिश्ता तोड़े। शिंदे ने दावा किया है कि उनके संपर्क में 50 से ज्यादा विधायक है, जिनमें से शिवसेना के 40 विधायक है। हालांकि महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल और शिवसेना नेता संजय राउत ने आरोपों से इनकार किया।