'विश्वासघात नहीं भूलेंगे', बागी विधायकों को आदित्य ठाकरे की दो टूक
मुंबई, 25 जून: महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों भूचाल आया हुआ है। जब से उद्धव सरकार के मंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला है, तब से सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे में विधायकों के बागी तेवर देखने के बाद अब शिवसेना बचाव का रास्ता खोज रही है। इसी को लेकर शनिवार को शिवसेना भवन में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई, जिसमें महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे और मंत्री आदित्य ठाकरे सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बैठक के दौरान आदित्य ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपने भाषण में कहा कि यह सच और झूठ के बीच की लड़ाई है।

मुंबई में पार्टी कार्यालय से बाहर निकलते हुए आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आप पहले से ही जानते हैं कि बैठक में क्या चर्चा हुई, अहम बात यह है कि हम शिवसेना के बागी विधायकों द्वारा किए गए विश्वासघात को नहीं भूलेंगे। हम (शिवसेना) निश्चित रूप से जीतेंगे।
संजय राउत का बयान
वहीं बैठक के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि बैठक में 6 प्रस्ताव पास हुए हैं। जिन लोगों ने चाहे वे कितने भी बड़े नेता हों, जिसने शिवसेना के साथ गद्दारी या बेईमानी की है। उनपर कठोर कार्रवाई करने के सर्वाधिकार हमने एक प्रस्ताव के माध्यम से उद्धव ठाकरे साहब को दिए हैं। छठे प्रस्ताव में कहा गया है कि बाला साहेब ठाकरे का नाम अगर कोई अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करता है तो हमें ये मंजूर नहीं, उसपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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आपको बता दें कि महाराष्ट्र में उद्धव सरकार की मुसीबत उस वक्त बढ़ गई, जब एकनाथ शिंदे ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए शिवसेना के 37 विधायक और 10 निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन का दावा किया है। फिलहाल यह सभी इस समय असम के गुवाहाटी में हैं।