हर कोई जानता है कि.....मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर आदित्य ठाकरे का जोरदार तंज
मुंबई, 17 अगस्त: शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने सीएम एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार पर बुधवार को जोरदार हमला बोला है। उन्होंने शिंदे सरकार में बीजेपी के नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कथित दबदबे की ओर इशारा करते हुए कहा कि हर कोई जानता है कि 'असली मुख्यमंत्री' कौन है। शिंदे सरकार के हाल के कैबिनेट विस्तार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि इसमें ना तो मुंबई की आवाज सुनी गई और ना ही महिला और निर्दलीय एमएलए की।
शिंदे
सरकार
पर
आदित्य
ठाकरे
का
तंज
महाराष्ट्र
में
पिछले
हफ्ते
ही
काफी
इंतजार
के
बाद
मुख्यमंत्री
एकनाथ
शिंदे
के
मंत्रिमंडल
का
विस्तार
किया
गया
है।
इसमें
शिंदे
की
अगुवाई
वाली
शिवसेना
और
भारतीय
जनता
पार्टी
की
ओर
से
9-9
एमएलए
को
मंत्री
बनाया
गया
है।
लेकिन,
20
सदस्यीय
मंत्रिमंडल
में
एक
भी
महिला
या
निर्दलीय
एमएलए
को
शामिल
नहीं
किया
गया
है।
यही
नहीं,
शिंदे
के
साथ
जून
में
शिवसेना
के
जिन
15
एमएलए
ने
उद्धव
ठाकरे
के
नेतृत्व
के
खिलाफ
पहले
बगावत
का
झंडा
बुलंद
किया
था,
उनमें
से
14
को
भी
कैबिनेट
में
जगह
नहीं
मिल
पाई
है।
इसी
का
उदाहरण
देकर
उद्धव
के
बेटे
आदित्य
ठाकरे
ने
विधानसभा
के
बाहर
संवाददाताओं
से
बात
करते
हुए
कहा
कि
इस
कैबिनेट
में
वफादारी
के
लिए
भी
कोई
जगह
नहीं
रही।
हर
कोई
जानता
है
कि
असली
मुख्यमंत्री
कौन
है-
आदित्य
ठाकरे
उन्होंने
कहा
कि
सबको
पता
है
कि
असली
मुख्यमंत्री
कौन
है।
जाहिर
है
कि
वह
फडणवीस
की
ओर
है
इशारा
करने
की
कोशिश
कर
रहे
हैं,
जिनके
पास
गृह,
वित्त
और
बाकी
महत्वपूर्ण
पोर्टफोलियो
हैं।
इससे
पहले
कैबिनेट
विस्तार
के
बाद
भी
उद्धव
की
अगुवाई
वाली
शिवसेना
ने
भी
शिंदे
सरकार
की
यह
कहकर
आलोचना
की
थी
कि
सारे
अहम
पोर्टफोलियो
बीजेपी
को
आवंटित
कर
दिए
गए
हैं।
अब
आदित्य
ठाकरे
का
कहना
है
कि
महिला,
निर्दलीय
और
मुंबई
को
कैबिनेट
में
कोई
प्रतिनिधित्व
नहीं
दिया
गया
है।
शिवसेना
के
बागियों
को
हल्के
विभाग
दिए
जाने
का
आरोप
वैसे
तथ्य
ये
है
कि
दक्षिण
मुंबई
के
मालाबार
हिल
विधानसभा
क्षेत्र
के
बीजेपी
एमएलए
मंगल
प्रभात
लोढ़ा
कैबिनेट
में
शामिल
किए
गए
हैं।
शिंदे
सरकार
को
10
निर्दलीय
एमएलए
का
भी
समर्थन
हासिल
है।
आदित्य
ठाकरे
ने
ये
भी
कहा
है
कि
शिवसेना
के
जिन
बागी
एमएलए
को
कैबिनेट
में
जगह
दी
भी
गई
है,
उनको
हल्के
विभाग
मिले
हैं।
शिवसेना
के
40
बागी
विधायकों
पर
हमला
बोलते
हुए
वे
बोले,
उन्होंने
एक
'अच्छे
व्यक्ति'
(उद्धव
ठाकरे)
की
पीठ
में
छुरा
घोंपा।
लेकिन,
इसके
साथ
ही
उन्होंने
यह
भी
कह
दिया
कि
जो
वापस
आना
चाहते
हैं,
उनके
लिए
दरवाजे
खुले
हैं।
लेकिन,
जो
वहीं
रहना
चाहते
हैं,
उन्हें
निश्चित
तौर
पर
विधायकी
छोड़
देनी
चाहिए।
जूनियर ठाकरे शुरू से एकनाथ शिंदे के साथ रहने वाले विधायकों को निशाना बनाते रहे हैं और उन्हें 'गद्दार' कहते हैं। गौरतलब है कि शिवसेना में उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत की वजह से जून के आखिर में उनकी अगुवाई वाली महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। इसके बाद शिंदे गुट वाली शिवसेना और बीजेपी ने मिलकर सरकार का गठन किया है।(इनपुट-पीटीआई)