भारत ने नेपाल प्याज भेजने पर रोक लगाई, भरे ट्रक बॉर्डर से वापस बुलवाए जा रहे
महराजगंज। भारत के केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के निर्देश पर डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड ने ऐसा फैसला लिया है कि, पड़ोसी देश अब प्याज के लिए आंसू बहाएंगे। दरअसल, देश से बाहर प्याज के निर्यात को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है। जिसके चलते भारत से नेपाल प्याज भेजने पर भी रोक लग गई है। उत्तर प्रदेश के नेपाल से सटे जिलों से होते हुए प्याज से भरे ट्रक नेपाल जा रहे थे, जिन्हें सोनौली सीमा पर आगे बढ़ने से रोक लिया गया।
अब नेपाल नहीं भेजा जाएगा भारतीय प्याज
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल जा रहे ट्रकों को सोनौली कस्टम अधिकारियों ने रोका। उनका कहना था कि, सिर्फ नेपाल ही नहीं, अपितु किसी भी देश को अभी प्याज नहीं पहुंचने दिए जाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि, प्याज के बढ़ते दाम को देखते हुए भारत सरकार ने नेपाल में प्याज भेजने पर प्रतिबंध लगा दिया है। तो प्याज लदे ट्रक जो सीमा पर पहुंच गए हैं, उन्हें भी कस्टम विभाग द्वारा वापस किया जा रहा है।
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आखिर क्यों रोकी प्याज की बिक्री?
उदाहरण के लिए मंगलवार की सुबह सोनौली सीमा से नेपाल जाने वाले प्याज की गाड़ियों को सोनौली कस्टम अधिकारियों ने रोक दिया। पूछ जाने पर एक अधिकारी ने यही कहा कि, भारत सरकार ने नेपाल में प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। ज्वाइंट कमिश्नर कस्टम सोनौली शशांक यादव ने बताया कि देश भर में प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए ऐसा किया गया है।
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बांग्लादेश और नेपाल हमारे बड़े बाजार
ज्ञातव्य है कि, बांग्लादेश और नेपाल भारतीय प्याज के बहुत बड़े बाजार माने जाते हैं। और, बांग्लादेश के लिए तो महाराष्ट्र और गुजरात से हर साल लाखों टन प्याज सप्लाई किया जाता है। लॉकडाउन के दिनों भी रेलें भरकर बांग्लादेश पहुंचाई गईं। बहरहाल, प्याज को नेपाल सहित सभी देशों में भेजने पर रोक लगा दी गई है।