Chandrabadan Sharma: 24 की उम्र में शहीद हुआ यूपी का लाल, पिता बोले- 'बेटे पर मुझे गर्व है'
Chandrabadan Sharma, महराजगंज। 24 वर्षीय चंद्रबदन शर्मा कश्मीर के अखनूर सेक्टर में चिनाब नदी के किनारे शनिवार की सुबह दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। चंद्रबदन उत्तर प्रदेश के महराजगंज के रहने वाले थे। उनके शहादत की खबर जैसे ही उनके गांव सिसवनियां में पहुंची तो परिजन समेत पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। बता दें कि शहीद के पिता भोला शर्मा इस वक्त गुजरात में है और बेटे की शहादत की खबर सुनते ही वो बेहोश हो गए। बताया जा रहा है कि होश में आने के बाद वह घर के लिए रवाना हो गए है। परिजनों के मुताबिक, रविवार की सुबह तक पार्थिव शरीर उनके घर पहुंच जाएगा।
चंद्रबदन
शर्मा
परिवार
में
थे
सबसे
बड़े
24
वर्षीय
चंद्रबदन
शर्मा,
उत्तर
प्रदेश
के
महराजगंज
जिले
के
सिसवनियां
गांव
के
रहने
वाले
थे
और
परिवार
में
सबसे
बड़े
थे।
चंद्रबदन
की
अभी
शादी
भी
नहीं
हुई
थी।
बता
दें
कि,
चंद्रबदन
की
मां
का
निधन
वर्ष
2000
में
हुआ
था।
वहीं,
चंद्रबदन
छोटा
भाई
विमल
शर्मा
प्रयागराज
में
रहकर
प्रतियोगी
परीक्षा
की
तैयारी
कर
रहा
है।
वहीं,
बहन
काजल
भी
गोरखपुर
में
रहकर
प्रतियोगी
परीक्षा
की
तैयारी
में
हैं।
भाई
के
शहादत
की
खबर
सुनकर
छोटे
भाई
एवं
बहन
फूट-फूट
कर
रो
पड़ें।
मार्च
2018
में
भर्ती
हुए
थे
सेना
में
चंद्रबदन
शर्मा
की
सेना
में
सिग्नल
कोर
में
तैनाती
मार्च
2018
में
हुई
थी।
मार्च
माह
में
नौकरी
करते
हुए
उन्हें
तीन
साल
पूरा
होता,
लेकिन
इसके
पहले
ही
वह
शहीद
हो
गए।
वहीं,
उनके
शहादत
की
खबर
सुनकर
दादी
रामरति
देवी
का
रो-रोकर
बुरा
हाल
है।
वह
कह
रही
थी
कि
बाबू
10
फरवरी
को
आने
वाले
थे।
उनके
शहादत
की
सूचना
मिली।
यह
कहकर
रोते
हुए
बेहोश
हो
गई।
घर
आने
के
पहले
आया
शहीद
होने
का
पैगाम
शहीद
चंद्रबदन
ने
घर
आने
के
लिए
छुट्टी
ले
रखी
थी।
10
फरवरी
को
उनकी
छुट्टी
एक
माह
के
लिए
स्वीकृत
थी।
उन्होंने
फोन
से
अपने
भाई
एवं
बहन
को
इसकी
जानकारी
दी
थी।
लेकिन
किसी
को
यह
पता
नहीं
था
कि
वह
स्वयं
नहीं
तिरंगे
में
लिपटकर
आएंगे।