बड़ी पहल: चुनावों में पहली बार पोलिंग बूथों की कमान संभालेगी महिलाएं
ग्वालियर। विधानसभा निर्वाचन-2018 में पहली बार पोलिंग बूथों की कमान महिलाओं को सौंपने की योजना है। महिला सशक्तिकरण का संदेश देने के उद्देश्य से ऐसा किया जा रहा है। हर विधानसभा में पांच-पांच पोलिंग बूथों पर पीठासीन अधिकारी से लेकर समस्त डयूटी स्टाफ महिलाएं ही होंगी। इनमें कोई भी पुरुष कर्मचारी शामिल नहीं होगा। वहीं, डबरा और ग्वालियर शहर में पांच से ज्यादा पोलिंग बूथों पर महिलाओं को जिम्मा सौंपा जाएगा।
इसे लेकर भारत निर्वाचन आयोग के समक्ष प्लानिंग भी प्रस्तुत कर दी गई है। चुनाव जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रिया में महिलाओं को पूरी हिस्सेदारी दिए जाने से एक सकारात्मक संदेश भी पहुंचेगा। चुनाव तैयारियों से लेकर पोलिंग बूथ, मतगणना और सुरक्षा व्यवस्था में महिला अधिकारी और कर्मचारियों की मौजूदगी रही है, लेकिन पोलिंग बूथ को शत-प्रतिशत महिलाओं के जिम्मे पहली बार सौंपा जा रहा है।
हाल ही में भोपाल में तीन दिन तक भारत निर्वाचन आयोग की फुल बेंच ने मप्र के सभी जिलों में चुनाव तैयारियों की समीक्षा की है। इसमें ग्वालियर संभाग के अधिकारियों ने भी अपना प्रजेंटेशन दिया है। ग्वालियर में सभी विधानसभाओं में 5-5 मतदान केंद्रों का चुनाव किया जाएगा। जिसमें महिला अधिकारी-कर्मचारी डयूटी संभालेंगी। पोलिंग बूथ पर महिला पीठासीन अधिकारी और पी-1, पी-2 और पी-3 तीनों महिलाएं ही होंगी।
इस संबंध में ग्वालियर कलेक्टर अशोक कुमार वर्मा का कहना है कि महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। चुनाव प्रक्रिया में उन्हें जिम्मेदारी सौंपना यही साबित करना है। आमतौर पर पुरुषों में यही अवधारणा रहती है कि चुनाव बेहद संवेदनशील और महत्वपूर्ण होता है, इसलिए महिला अधिकारियों के जिम्मे सब नहीं छोड़ा जा सकता है। इसी मिथक को तोड़ने और महिला सशक्तिकरण का बेहतर संदेश देने के लिए ऐसा प्रयोग किया जा रहा है।
विधानसभा निर्वाचन-2018 में हर विधानसभा में पांच-पांच पोलिंग बूथों पर पूरी तरह महिला अधिकारी व कर्मचारियों की डयूटी रहेगी। दरअसल महिला सशक्तिकरण का संदेश देने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
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