मध्य प्रदेश: एससी/एसटी एक्ट पर कांग्रेसी आमने-सामने, प्रोजेक्ट शक्ति के संयोजक अमित दुबे ने दिया इस्तीफा
ग्वालियर। एससी-एसटी एक्ट को लेकर जिला कांग्रेस दो धड़ों में बटती दिख रही है। एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष और प्रोजेक्ट शक्ति के ग्वालियर चंबल के संयोजक अमित दुबे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि अमित ने इस्तीफा व्हाट्सएप्प पर भेजा है। यह सुनने में आया जरूर है पर अभी तक जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा को नहीं मिला है।
उधर अमित का दावा है कि उसके पास इस्तीफे की रिसिप्ट है। अमित ने इस्तीफे की जो छायाप्रति दिखाई है उसमें रिसिप्ट साफतौर पर देखी जा सकती है। ऐसे में माना जा रहा है एट्रोसिटी एक्ट ने शहर जिला कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। अमित दुबे ग्वालियर में पहले कांग्रेस नेता हैं। जिन्होंने एट्रोसिटी ऐक्ट पर कांग्रेस के रुख स्पष्ट नहीं किए जाने से नाराज होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
उल्लेखनीय है कि निगम परिषद में कांग्रेस के उपनेता और पार्षद चतुर्भुज धनौलिया ने पिछले दिनों नेत्रपाल सिंह भदौरिया समेत 100 अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। ठाठीपुर पुलिस ने इस मामले में एससी-एसटी एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया था। इसी मामले में मंगलवार को शहर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा और पार्षद चतुर्भुज धनोलिया एक प्रतिनिधिमंडल के साथ एसपी नवनीत भसीन से मिलने पहुचे थे। पता चला है कि चतुर्भुज ने एसपी से कहा है कि उसने जो आवेदन ठाठीपुर थाना पुलिस को दिया था उसमें कहीं भी किसी के जातिसूचक शब्दों के कहे जाने का उल्लेख नहीं किया गया था। बावजूद इसके पुलिस ने स्वयं ही उक्त ऐक्ट के तहत कार्रवाई की है।
वहीं अमित दुबे ने मिडिया से बातचीत में चतुर्भुज की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा है कि चतुर्भुज ने बिना देखे एफआईआर पर हस्ताक्षर कैसे कर दिए? इसी बात से आहत होकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। कुल मिलाकर एट्रोसिटी एक्ट को लेकर शहर जिला कांग्रेस में नेता आमने-सामने हैं और शहर जिला कांग्रेस असमंजस में।
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