व्यापमं घोटाला: कांग्रेस के दिग्गज वकील आज भोपाल में
भोपाल। व्यापमं मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की तरफ से दायर परिवाद पर शनिवार को बयान होने है। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सुप्रीम कोर्ट के वकील बड़ी संख्या में कोर्ट में मौजूद रहेंगे। दिल्ली से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी और विवेक तन्खा समेत अन्य नेता एक साथ भोपाल आ रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने व्यापमं मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती समेत घोटाले की जांच से जुड़े अधिकारियों पर एक्सल सीट पर छेड़छाड़ को लेकर 27000 हजार पन्नों का परिवाद दायर किया था। शनिवार को दिग्विजय के बयान के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस नेता पत्रकार वार्ता को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे।
दरअसल, दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री उमा भारती सहित 8 लोगों के खिलाफ व्यापमं मामले में संलिप्तता को लेकर आपराधिक परिवाद पेश किया है। परिवाद के साथ 37 दस्तावेज संबंधी जानकारी, दो पेन ड्राइव और सीबीआई द्वारा व्यापमं मामले में 27000 हजार पन्नों के आरोप पत्र की सीडी पेश की गई है। परिवाद में आरोप है कि व्यापमं द्वारा आयोजित संविदा शिक्षक वर्ग-दो एवं वर्ग-तीन की घोटाले मामले की जांच के दौरान इंदौर पुलिस द्वारा आरोपित नितिन महिंद्रा से 18 जुलाई 2013 को जब्त कंप्यूटर हार्ड डिस्क व एक्सल शीट में सी.एम. लिखा हुआ था। मामले में केंद्रीय मंत्री उमा भारती का नाम उल्लेख था। इस संबंध में व्हिसल ब्लोअर प्रशांत पांडे ने 18 मई 2015 की बेंगलुरु स्थित लैब की रिपोर्ट पेश की थी, लेकिन पुलिस ने जान बूझकर सीएम शिवराज का नाम हटाकर हैदराबाद की लैब की रिपोर्ट पेश की है।
गौरतलब है मप्र का सबसे चर्चित व्यापमं घोटाला वर्ष 2013 में उजागर हुआ था। इसके बाद इस मामले में तत्काली एग्जाम कंट्रोलर पंकज त्रिवेदी, पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा सहित कई नेता और अफसरों को जेल भी जाना पड़ा था। इस घोटाले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उमा भारती सहित अन्य नेताओं के नाम शुरू से सामने आते रहे हैं। घोटाले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई को जांच सौंपी गई थी। सीबीआई अपनी जांच पूरी कर चालान भी पेश कर चुकी है। इससे पहले मामले की जांच मप्र एसटीएफ ने की थी।