बेरोजगारी से था तनाव में, बेटे को तालाब में डुबोकर खत्म कर दिया अपना वंश
बालाघाट। बेरोजगारी से परेशान एक व्यक्ति ने अपने बेटे की हत्या कर डाली और फिर खुद ही पुलिस थाने पहुंचकर अपराध कबूल कर लिया। दिल दहला देने वाली यह घटना मध्य प्रदेश के बालाघाट की है।
बालाघाट कोतवाली टीआई विजय परस्ते के अनुसार सुनील जायसवाल की बड़ी बेटी निशा का शुक्रवार को जन्मदिन था। सुनील निशा का जन्मदिन मनाने के लिए घर से केक लाने को बाजार के लिए निकला था। जाते समय वह अपने छोटे बेटे प्रतीक को भी अपने साथ ले गया। फिर उसने प्रतीक के दोनों हाथ अपने बैल्ट से बांध दिए और उसे वैनगंगा नदी में डूबोकर उसकी हत्या कर दी। उधर, घर पर बेटी के जन्मदिन की तैयारियां चल रही थी। इस बीच भाई की मौत की खबर से खुशियों के बीच मातम पसर गया।
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बालाघाट कोतवाली टीआई विजय परस्ते ने बताया कि बेटे प्रतीक की हत्या के बाद सुनील पहले अपने घर जाकर वारदात की जानकारी दी। फिर खुद ही पुलिस थाने पहुंचा और पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया। उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसके पास कोई काम नहीं था। वह लंबे समय से बेरोजगार था। इसलिए तनाव में आकर उसने बेटे की हत्या कर दी। पुलिस ने सुनील के खिलाफ बेटे की हत्या का मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया।