MP: काफिले के सामने खड़ी हो गईं छात्राएं, मंत्री को कार से उतार कर हाॅस्टल ले गईं
सागर, 26 अगस्त। मप्र के सागर जिले की खुरई में नेताजी सुभाषचंद्र बोस छात्रावास में रहने वाली दर्जनों छात्राएं हाॅस्टल के जर्जर हो रहे भवन और भारी बारिश में छत टपकने, सीलन और लीकेज से परेशान हो गईं। शुक्रवार को उन्हे पता चला कि नगरीय आवास एवं विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह खुरई आ रहे हैं उनका काफिला हाॅस्टल के पास से ही गुजरना है तो छात्राएं सड़क पर आकर खड़ी हो गईं। जैसे ही मंत्री का काफिला सामने आया, छात्राएं गाड़ी के सामने खड़ी हो गईं और काफिला रुकवा लिया। मंत्री कार से उतरकर आए और उनकी समस्याएं सुनी।
सागर जिले की खुरई विधानसभा में नेताजी सुभाषचंद्र बोस छात्रावास में रहने छात्राओं ने हाॅस्टल में हो रही परेशानी और समस्याओं को सुलझाने के लिए शुक्रवार को क्रांतिकारी कदम उठाया और प्रबंधन व वाॅर्डन, अधीक्षक के भरोसे न रहकर हाॅस्टल बिल्डिंग से जुड़ी समस्याओं को हल कराने के लिए खुद ही आगे आ गईं। दरअसल इस हाॅस्टल की भवन में बारिश में काफी समस्याएं हो रही हैं। बारिश के कारण छात्राओं का रहना दूभर हो रहा था। भवन की जर्जर हो चुकी बिल्डिंग में कई जगह से बारिश का पानी टपक रहा है। भवन में सीलन भी हैं। इसके अलावा कई अन्य समस्याएं भी सामने हैं। छा़त्राओं की समस्याएं जब विभाग और अधिकारियों ने नहीं सुनी तो छात्राओं ने खुद ही समस्या हल कराने का बीड़ा उठा लिया।
कार
के
सामने
खड़ी
हो
गईं
छात्राएं
खुरई
विधानसभा
नगरीय
आवास
एवं
विकास
मंत्री
का
विधानसभा
क्षेत्र
है।
वे
एक
कार्यक्रम
में
शामिल
होने
खुरई
जा
रहे
थें
रास्ते
में
ही
उनके
काफिले
को
छात्राओं
ने
कार
के
सामने
खड़े
होकर
रोक
लिया।
छात्राओं
को
देख
मंत्री
भूपेंद्र
सिंह
ठाकुर
तुरंत
कार
से
बाहर
आए
और
छात्राओ
ंसे
काफिले
को
रोकने
का
कारण
पूछा
तो
छात्राओं
ने
कहा
कि
आप
अंदर
चलिए।
परिसर
में
खडे़
होकर
छात्राओ
ंने
मंत्री
सिंह
को
हाॅस्टल
का
भवन
दिखाकर
कहा
कि
यह
जगह-जगह
से
टपक
रहा
है।
जर्जर
हो
रहा
है।
हमें
रहने
की
व्यवस्था
नहीं
हो
पा
रही।
काफी
दिक्कत
हो
रही
है।
आप
कुछ
करिए।
मंत्री
ने
तुरंत
मौके
पर
हाॅस्टल
प्रबंधन
के
अधिकारियों
को
बुलाकर
समस्या
हल
कराने,
भवन
की
मरम्मत
कराने,
अन्य
समस्याओं
को
निपटाने
के
निर्देश
दिए।
उन्होंने
छात्राओं
से
पूछा
और
कोई
समस्या
हो
तो
बताओं।
भविष्य
में
कभी
भी
कोई
दिक्कत
हो
तो
उन्हें
फोन
पर
बता
सकती
हैं।