Art of Living : प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है सुदर्शन क्रिया - ऋतु राज असाटी
जबलपुर। आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्रीश्री रवि शंकर कोरोना संक्रमण काल में जहां सभी के लिए ऑनलाइन सुदर्शन क्रिया साधना के साथ आध्यात्मिक ज्ञान भी साझा कर रहे हैं। वहीं, उनकी प्रेरणा से आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक लोगों को सुदर्शन क्रिया के माध्यम से न सिर्फ शारीरिक और मानसिक रूप से निरोगी बना रहे हैं। साथ ही उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास कर रहे हैं।
आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक एवं मध्य प्रदेश मीडिया प्रभारी ऋतु राज असाटी ने बताया कि प्रदेश और देश के मीडियाकर्मियों ने भी हैप्पीनेस प्रोग्राम में बढ़-चढ़ के हिस्सा लिया। इसे देखते हुए हैप्पीनेस प्रोग्राम का पांचवां ऑनलाइन शिविर 23 जुलाई से 26 जुलाई तक सुबह 6:30 से 8:30 बजे और 13 से 18 साल के बच्चों के लिए मेधा योग शिविर 24 जुलाई से 26 जुलाई तक शाम 5 से 7 बजे के बीच आयोजित किया जा रहा है। इस शिविर के लिए tiny.cc/hpr2 पर रजिस्टर किया जा सकता है।
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असाटी ने बताया कि लॉकडाउन के कठिन समय में लोगों हैप्पीनेस तक पहुंचने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग को भी ऑनलाइन किया गया। इस दौरान कई सत्र हुए, जिसमें पत्रकारों के साथ लाखों लोगों ने इसका लाभ लिया है। सुदर्शन क्रिया से व्यक्ति के जीवन में काफी बदलाव आता है। आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। शारीरिक स्वास्थ्य में वृद्धि होती है और व्यक्ति वास्तव में जीवन जीने की कला सीख जाता है। ध्यान की विधियां और मन की एकाग्रता बढ़ती है। निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि और स्पष्टता आती है।
पत्रकारों के लिए फील्ड पर रह कर कोरोना वायरस से लड़ने में यह कारगर साबित हुआ है। जो लोग घर में बैठे अशांति का अनुभव कर रहे थे। उनके जीवन को भी प्रसन्नता से भर दिया। इस प्रोग्राम का लाभ लेने वालों का कहना है कि वे अपने जीवन में पाज़िटिव बदलाव देखें हैं, वो चाहे मानसिक हो या शारीरिक।