Nikay Chunav MP: महापौर चुनाव से विधायक भाइयों में ‘अबोला’, देवरानी-जेठानी में चुनावी रार
सागर, 24 जून। महापौर चुनाव में कांग्रेस-भाजपा के कारण दो विधायक भाइयों में 'अबोला' हो गया। राम और भरत के जैसे रहने वाले भाजपा विधायक शैलेंद्र जैन और उनके छोटे भाई व पूर्व विधायक सुनील जैन के बीच राजनीतिक लक्ष्मण रेखा खिंच गई। एक भाई इधर तो दूसरा उधर की स्थिति में हैं। भाई-भाई भी ठीक, उनकी पत्नियों अर्थात देवरानी और जेठानी में भी राजनीतिक रार छिडी है।

कहते हैं राजनीति जो न कराए कम है! मप्र के सागर में ढोलक बीडी परिवार में बीते 20 दिन से महापौर चुनाव के कारण उथल-पुथल मची है। भाजपा विधायक शैलेंद्र जैन और उनके छोटे भाई व कांग्रेस के पूर्व विधायक सुनील जैन में 'अबोला' है, अर्थात दोनों के बीच किसी भी तरह का संवाद बंद हो गया। ऐसा पहली दफा है जब दोनों में बोलचाल बंद हुआ। टिकट फाइनल होने के बाद एक-दूसरे से रूबरू भी नहीं हुए। इतना ही नहीं देवरानी कांग्रेस से महापौर प्रत्याशी क्या बनी, जेठानी भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मैदान में कूद पडी, ताकि उनके पति की निष्ठाओं पर कोई सवाल खडे न कर सकें। देवरानी-जेठानी में इन दिनों रार ठनी है साथ ही जुबानी जंग भी जारी है।
कमलनाथ ने सीट जीतने बगैर मांगे दिया टिकट
भाजपा विधायक शैलेंद्र जैन के छोटे भाई व कांग्रेस से पूर्व विधायक रहे सुनील जैन की पत्नी निधि जैन को मप्र कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बगैर मांगे टिकट दिया है। चूंकी सीट निकालना है और निगम में कांग्रेस काबिज हो सके इसके लिए टिकट की घोषणा के करीब 10 दिन पहले ही टिकट क्लीयर कर जनसंपर्क शुरू करा दिया था। जिस दिन से निधि और सुनील चुनावी समर में उतरे हैं, उसी दिन से सुनील जैन व शैलेंद्र जैन में बोलचाल बंद हो गया है। इसको दोनों भाई सार्वजनिक रुप से स्वीकार भी कर रहे हैं।
विधायक की निष्ठा और मेहनत दांव पर लगी
सत्तारूढ पार्टी भाजपा के विधायक शैलेंद्र जैन पर नगर निगम चुनाव का दारोमदार है और भाजपा की जीत-हार पर उनकी पार्टी के प्रति निष्ठा और प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है, इस कारण वे चिंतित हैं। इधर उनके छोटे भाई सुनील जैन अपना ढाई दशक का राजनीतिक वनवास काटकर अब महापौर पद के सहारे राजनीति में वापसी के साथ ही कांग्रेस में पुन: स्थापित होना चाहते हैं। दोनों भाईयों में राजनीतिक महत्वकांक्षा व चुनावी उठापठक और जीत-हार के गणित और अपनी-अपनी पार्टी की निष्ठाओं के चलते अघौषित द्वंद छिडा हुआ है।

देवरानी के खिलाफ भाजपा के पक्ष में उतरीं जेठानी
कांग्रेस प्रत्याशी निधि सुनील जैन ने शहर में चुनावी जनसंपर्क के दौरान जर्जर सडके, बारिश के पानी भराव, तालाब, स्मार्ट सिटी को लेकर जब सवाल उठाए थे। इसका जवाब देने के लिए और कोई नहीं उनकी जेठानी और भाजपा विधायक शैलेंद्र जैन की पत्नी अनु जैन सामने आई। वे भाजपा की महापौर प्रत्याशी संगीता सुशील तिवारी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर डोर-टू-डोर जनसंपर्क में जुटी हुई हैं। निधि द्वारा सागर के विकास की दुर्गति और जनता की परेशानियों को लेकर जो-जो सवाल उठाए उनका किसी परिपक्व राजनेता की तरह जेठानी अनु जैन न मीडिया के सामने जवाब दिया है। हालांकि अभी तक इन दोनों का आमना-सामना चुनाव के दौरान नहीं हुआ है।